पाकिस्तान के शुमाली वजीरिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में 6 तालिबान दहशतगर्द समेत तंज़ीम का चीफ हकीमुल्ला महसूद भी मारा गया। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के ड्रोन हमले में महसूद के साथ उसके चचा, मुहाफिज़ तारिक महसूद और ड्राइवर अब्दुल्ला महसूद भी मारे गए।
पाकिस्तान तालिबान ने हकीमुल्ला की मौत की तस्दीक करते हुए बताया कि हफ्ते की 3 बजे मीरानशाह इलाके में उसको सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
खुफिया एजेंसी के मुताबिक, दांडा दरपाखेल के जिस अहाते पर दो मिसाइलों से हमला किया गया, वह पूरी तरह बरबाद हो गया है। हमले के वक्त अहाते में तालिबान की अहम बैठक चल रही थी। अब तक ओहदेदारान की ओर से महसूद के मारे जाने के ताल्लुक में कोई तब्सिरा नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि अमेरिका पाकिस्तान के आदिवासी इलाकों में दहशतगर्दों पर मुसलसल ड्रोन हमले कर उनकी कमर तोड़ रहा है। हालांकि, इससे पहले भी पाकिस्तान के साथ ही बैनुल अक्वामी मीडिया में महसूद के मारे जाने के खबर कई बार आ चुकी हैं, लेकिन वह कुछ वक्त तक अंडरग्राउंड रहने के बाद फिर सामने आ जाता है।
पाकिस्तान के वज़ीर ए दाखिला चौधरी निसार अली खान ने वज़ीर ए आज़म नवाज शरीफ व लीडरों के साथ आज की वाकिया पर बैठक बुलाकर बातचीत की। चौधरी का दावा है कि ये हमले पाकिस्तान की अमन की कोशिशों पर पानी फेर रहे हैं। उनके मुताबिक हफ्ते को एक वफद तालिबान से बात करने के लिए जाने वाला था।
कुछ ही वक्त पहले अमेरिका के खुसूसी फोर्स ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के नायब चीफ लतीफ महसूद को अफगानिस्तान में दबोच लिया था। जुमे के दिन किया गया हमला दो दिन में दूसरा ड्रोन अटैक था। जुमेरात के हमले में तीन मुश्तबा दहशतगर्द मारे गए थे। पिछले महीने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ की अमेरिका दौरे के बाद भी यह दूसरा ड्रोन हमला था।
ज़राये के मुताबिक, जुमे के दिन जिस अहाते को निशाना बनाया गया वह तालिबान पाकिस्तान का हेडक्वार्टर था, जहां महसूद अक्सर आता था। बैतुल्ला महसूद के मारे जाने के बाद अगस्त, 2009 में हकीमुल्ला ने तहरीक-ए-तालिबान की कमान अपने हाथ में ली थी।