पाकिस्तान चुनाव: नवाज़ शरीफ़ की पार्टी सहित कई पार्टीयों ने गिनती में गड़बड़ी के लगाए आरोप!

पाकिस्तान में बुधवार शाम 6 बजे मतदान खत्म हो गया था। कई घंटों बाद तक एक भी नतीजे घोषित नहीं पाए। इसकी वजह से चुनाव में धांधली के आरोप एक बार फिर जोर पकड़ रहे हैं।

पीएमएल-एन और पीपीपी ने नतीजों में हुई देरी को लेकर चुनाव आयोग को घेरा है, तो वहीं पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। सुबह 4 बजे चीफ इलेक्शन कमिशनर मोहम्मद रजा खान ने पाकिस्तान के नागरिकों को चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए बधाई दी और बताया कि तकनीकी खराबी की वजह से नतीजों में देरी हुई।

सुबह 4 बजे तक नतीजे घोषित होने थे, लेकिन सीईसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सिर्फ रुझान बताए। उन्होंने कहा कि नए रिजल्ट ट्रांसमिशन सिस्टम की वजह से नतीजों में देरी हो रही है, जिसे हम पहली बार इस्तेमाल कर रहे हैं। जब उनसे मतगणना में धांधली को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘हम अपने आपको साबित कर देंगे कि हमने सही किया।’

बता दें कि चुनाव आयोग की तड़के हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के मुखिया शाहबाज शरीफ द्वारा परिणामों को लेकर उठाए सवालों के बाद दिया गया है।

शाहबाज ने यह चेतावनी भी दी कि इस धांधली के खिलाफ उनकी पार्टी प्रदर्शन भी करेगी। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह नहीं बताया कि चुनाव में किसने धांधली की है लेकिन उन्होंने इसके पीछे सेना का हाथ होने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि पीपीपी सहित अन्य 5 पार्टियों ने भी नतीजों में छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। अब उनसे चर्चा करके आगे की कार्रवाई के बारे में घोषणा करेंगे। हम इस अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे और सभी विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे।

शरीफ ने कहा, ‘मैंने अपने 30 साल के राजनीतिक करियर में इस तरह की डरानेवाली स्थिति नहीं देखी थी। पाकिस्तान के इतिहास का यह सबसे खराब चुनाव था। कई सीटों पर चुनाव का परिणाम रोक दिया गया है, जहां पीएमएल-एन के उम्मीदवार जीत रहे थे। हम यह नहीं स्वीकार करेंगे।’

इससे पहले पीपीपी मुखिया बिलावल अली भुट्टो ने भी बुधवार रात ट्वीट कर यह कहा था कि उन्होंने जिस भी क्षेत्र से चुनाव लड़ा उनमें से किसी का भी नतीजा नहीं आया है, जबकि आधी रात हो चुकी है।

बता दें कि शुरुआती रुझानों के मुताबिक, इमरान खान की पार्टी पीटीआई 122 सीटों आगे चल रही है, तो पीएमएल-एन को 60 सीटों पर बढ़त है। इसके बाद पीपीपी 25 सीटों पर आगे चल रही है। बहुमत के लिए 137 सीटों की जरूरत है।