पाकिस्तान ने इन्सिदाद-ए-दहशतगर्दी (दहशतगर्दी के रोक थाम)से मुताल्लिक़ अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) की बैन-उल-अक़वामी (अंतर्राष्ट्रीय ) हिक्मत-ए-अमली के मुतवाज़िन नफ़ाज़ पर ज़ोर देते हुए कहा है कि इस ने दहश्तगर्दी के ख़िलाफ़ अपनी बैन-उल-अक़वामी (अंतर्राष्ट्रीय ) ज़िम्मेदारीयां पूरी की हैं।
दहशतगर्दों को सरमाया (फंड) की फ़राहमी रोकने के लिए हाल ही में मज़ीद 64 अकाउंट्स और तक़रीबन 75 करोड़ रुपय मुंजमिद किए गए हैं य अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) में पाकिस्तान के नायब मुस्तक़िल नुमाइंदे रज़ा बशीर तारड़ ने जनरल असैंबली में इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी (दहशतगर्दी के रोक थाम) की हिक्मत-ए-अमली पर तीसरे जायज़ा इजलास से ख़िताब करते हुए कहा कि दहश्तगर्दी के बुनियादी अस्बाब (वजह) पर तवज्जा दी जानी चाहिए।
उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान ने अलक़ायदा और तालिबान के अरकान (सदस्य) को रोकने केलिए अफ़्ग़ान सरहद पर 822 चेक पोस्ट्स क़ायम कीं और एक लाख 60 हज़ार फ़ौजी तैनात किए हैं।