जम्मू, 27 अगस्त: मुसलसल गोलीबारी से सरहद पर हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पाकिस्तानी फौज ने अपने दमुई इलाके में तोपखाना तैनात कर दिया है और सरहद के नज़दीक सभी सरकारी दफतरों और स्कूलों को बंद करने का फरमान जारी कर दिया है। आने वाले दिनों में सरहद पर हालात और भी बिगड़ सकते हैं। हिंदुस्तानी फौज को भी किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
पीर के दिन भी पाकिस्तान ने राजौरी जिले के तरकुंडी व केरी सेक्टर के इलावा पुंछ जिले की मेंढर तहसील के बालाकोट सेक्टर में भारी गोलीबारी की। सरहद पार से मोर्टार और राकेट भी दागे गए। देर शाम एक गोला बालाकोट में मुहम्मद याकूब के घर पर गिरा। इससे मकान पूरी तरह बरबाद हो गया, हालांकि कोई जख़्मी नहीं हुआ। सरहद पार से मुसलसल हो रही भारी गोलीबारी के बीच सरहदी इलाको से लोगो का भागना भी जारी है।
05 अगस्त को पाकिस्तानी फौज और दहशतगर्दो की तरफ से हिंदुस्तानी इलाके में घुसकर पांच हिंदुस्तानी जवानों के कत्ल के बाद से सरहद पर हालात मामूल नहीं हो पा रहे हैं। पाक फौज बीस दिन से पुंछ में फौजी ठिकानों और देही इलाकों में गोलीबारी कर रही है। राजौरी के तरकुंडी एवं केरी सेक्टर में भी तीन दिन से गोलीबारी जारी है।
ज़राए के मुताबिक, पाकिस्तान ने सरहद पर जवानों की तैनाती बढ़ाने के साथ दमुई में तोपखाना भी तैनात कर दिया है। सरहद से सटे सभी सरकारी दफ्तरों को बंद करवाकर फौज के जवानों को रखा जा रहा है। हालात को देखते हुए हिंदुस्तानी फौज के आला आफीसर लगातार सरहद का दौरा कर पूरी हालात पर नजर रख रहे हैं।
सरहद पर पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलीबारी से पैदा हुए हालात को लेकर जम्मू-पुंछ के एमपी मदन लाल शर्मा ने पीर के दिन नई दिल्ली में वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह से मिले। पार्लियामेंट ने उनसे कहा कि सरहदी इलाकों में गाँव वाले पाकिस्तानी गोले गिरने से डरे हुए हैं। पाकिस्तान के खिलाफ मुनासिब कार्रवाई नहीं की गई तो लोग यहाँ से चले जाएंगे। पुंछ, राजौरी के साथ जम्मू व सांबा के सरहदी इलाकों में दहशत है। तीन हफ्ते से पाकिस्तान गोलीबारी के साथ मोर्टार शेल का भी इस्तेमाल कर रहा है। वज़ीर ए आज़म ने यकीन दिया कि सभी मुद्दों पर संज़ीदगी से गौर किया जाएगा।
हुर्रियत कांफ्रेंस के लिबरल गुट के चेयरमैन मीरवैज मौलवी उमर फारूक ने हिंदुस्तान और पाकिस्तान के वज़ीर ए आज़्म से सरहद पर जारी फौजी तनाव खत्म करने की दरखास्त किए है। डॉ. मनमोहन सिंह व नवाज शरीफ को खत लिखकर उन्होंने कहा है कि कश्मीर मसले के काबिल ए कुबूल हल के लिए हिम्मत के साथ कदम उठाने चाहिए। मीरवैज ने सहाफियों को बताया कि दोनों मुल्कों के बीच तनाव का फायदा सिर्फ उन लोगों को होगा, जो नहीं चाहते कि भारत-पाक में अमन हो। तनाव से अब तक की सभी कोशिशें धुल जाएंगी।