पाकिस्तान ने हिंदुस्तान को कारोबार में तरजीही मुल्क का दर्जा देने से इंकार कर दिया है। हुकूमत ए पाकिस्तान का मानना है कि सरहद पर तनाव की वजह से वह हिंदुस्तान को यह दर्जा नहीं दे सकते। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने हिंदुस्तान को सबसे तरजीही मुल्क का दर्जा देने का असूली तौर पर फैसला कर लिया है। पाकिस्तान की वज़ीर ए खारेजा हिना रब्बानी खान ने पार्लियामेंट के Question Hour Session के दौरान इस दर्ज की बात रखी थी। खार के मुताबिक इस फैसले से पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच तिजारती रिश्ते और अच्छे करने का मकसद है।
रियासती वज़ीर ( तालीमी) मोहम्मद बालिघुर रहमान ने नेशनल असेंबली या पार्लियामेंट के लोवर हाउस (Lower House) को बताया कि 2011.12 में दोनों पार्टी में एमएफएन के मुद्दे पर बातचीत के बाद से इस सिम्त में पेश रफ्त हुई है रहमान ने कहा कि हिंदुस्तान को सबसे ज़्यादा तरजीही मुल्क का दर्जा दिया जाना आपसी मुफाद और पुरी बातचीत होने पर मुंहसिर करता है |
इसके साथ ही रहमान ने कहा कि हिंदुस्तान को ऐसे वक्त में एमएफएन का दर्जा देना मुम्किन नहीं है जबकि सरहद पर तनाव है |पिछले महीने LOC पर पाकिस्तानी फौजी की तरफ से पांच हिंदुस्तानी फौजी को मारे जाने की वाकिया के बाद से दोनों मुल्कों के ताल्लुकात और कशीदा हुए हैं |