पाकिस्तान पर अमरीका , हिंदूस्तान को राज़ की मालूमात का तबादला करना चाहीए : रिपोर्ट

वाशिंगटन । 22 सितंबर ( पी टी आई) हिंदूस्तान और अमरीका को पाकिस्तान में हंगामी हालात केलिए कोई मंसूबा तैय्यार कर लेना चाहीए जो वहां ममलिकती ढाँचे के बखराब और इस के न्यूकलीयाई हथियारों की हिफ़ाज़त केलिए ख़तरे की सूरत में काम आएगा और न्यूक्लियर हथियारों को दहश्तगरदों के हाथों में पड़ने से रोका जा सकेगा। कौंसल बराए बैरूनी ताल्लुक़ात और ऐसपन इंस्टीटियूट की जानिब से मुशतर्का तौर पर तैय्यार करदा रिपोर्ट में सिफ़ारिश की गई है कि अमरीका और हिंदूस्तान को पाकिस्तान में हमा नौईयत के हंगामी हालात के बारे में राज़ की मालूमात का तबादला शुरू करना चाहिये। इस किस्म के हालात में पाकिस्तान ममलकत की नाकामी और पाकिस्तान मिल्ट्री का अपने न्यूक्लियर असलाह पर कंट्रोल खोदीना शामिल है। साबिक़ अमरीकी क़ासिद बराए हिंदूस्तान राबर्ट ब्लैक वेल ने यहां पैनल मुबाहिसा में कहा कि वाज़ेह नुक़्ता ये है कि अमरीका और हिंदूस्तान के पाकिस्तान में न्यूकलीयाई हथियारों और मादों के मुस्तक़बिल के ताल्लुक़ से अहम क़ौमी मुफ़ादात हैं। पाकिस्तान आज दुनिया में फ़ीज़ाइल मटेरियल का सब से बड़ा पैदावार मुलक है और न्यूकलीयाई शोबे में तेज़ी से पेशरफ़त कररहा है। रिपोर्ट का कहना है कि पाकिस्तान होसकता है आने वाले अर्से में सैकूलर अज़म के एतबार से इन्हितात का शिकार होजाए और गुज़श्ता दो अमरीकी नज़म-ओ-नसक़ की जानिब से पाकिस्तान को दहश्तगर्द ग्रुपों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की तरग़ीब दिलाने में मुकम्मल कामयाबी नहीं मिली जबकि अफ़्ग़ानिस्तान में हिंदूस्तानियों और अमरीकीयों की हलाकतें हुई हैं।