पाकिस्तान में पिछले एक साल में 56 ख़्वातीन को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि उन्हे बेटी पैदा हुई| यह खुलासा पाकिस्तान के इंसानी हुकूक की कमीशन ने किया है। कमीशन से जुड़े इंसानी हुकूक के कारकुन आई. ए. रहमान ने कहा कि ऐसे मुल्क में जहां माँ को सिर्फ इसलिए मार दिया जाता है कि उसने बेटी जन्मी है, उसे खुद को समाज मे रहने का हक नहीं है।
आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2012 से सितंबर 2013 तक ख्वातीन पर तेजाब फेंकने के 90 वाकियात हुए हैं, अलग-अलग वजुहात से जलाने के 72 मामले हैं, घरेलू तशद्दुद के 491 केस हैं, गैंगरेप के 344 केस हैं और ख्वातीन के खिलाफ तशद्दुद के 835 केस हैं| इन्हीं आंकड़ों में कहा गया था कि 56 ख्वातीन इसी वजह से मार दी गईं कि उन्हे बेटे पैदा नहीं हुआ।
रहमान के मुताबिक, पाकिस्तान में बच्चियों से रेप किया जाता है और हम इस पर कुछ करने के बजाय बस चुप बैठे रह जाते हैं उन्होंने कहा कि जब तक लड़का-लड़की को एक बराबर तालीम के मौके नहीं दिए जाएंगे, मुल्क की सूरत नहीं बदल सकेगी|