पाकिस्तान ने 337 हिंदुस्तानी शहरीयों को जिन में ज़्यादा तर मछेरे हैं, दोनों मुल्कों के दरमयान एल ओ सी पर फायरिंग के बारे में कशीदगियों के पसमंज़र में रिहा कर दिया। जुमा को इन क़ैदीयों को कराची की मलीर जेल से रिहा किया गया। ये अफ़राद समुंद्री हदूद की ख़िलाफ़वर्ज़ी करने पर गिरफ़्तार किए गए थे।
माही ग़ीरों के बाक़ौल उन की कश्तीयों में सिम्त का ताऐयुन करने वाले आलात ना होने की वजह से वो समुंद्री हदूद की ख़िलाफ़वर्ज़ी के मुर्तक़िब ठहरते हैं।