वाशिंगटन, 2 मार्च (पी टी आई) पाकिस्तान के क़बाइली इलाक़ों में दहश्तगर्दी की महफ़ूज़ पनाह गाहों की मौजूदगी और हक़्क़ानी नैट वर्क के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में ईस्लामाबाद के पस-ओ-पेश इस ख़ित्ते में अमेरीका के लिए एक बड़ा चैलेंज है, एक सरकरदा अमेरीकी स्नेटर ने ये बात कही।
मेरी कई मुलाक़ातों में, मैंने हक़्क़ानी मसला उठाया है। हम पाकिस्तान में शोरिश पसंदों की महफ़ूज़ पनाह गाहों पर बात करते हैं और ये कि उन से किस तरह निमटा जाये। वो बिलाशुबा बदस्तूर एक नुमायां चैलेंज है जबकि हक़्क़ानी नैट वर्क जैसे ग्रुपों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान का संजीदा और क़ाबिल ना होना जंगी नुक़्ता-ए-नज़र से बड़ी तबदीली पैदा करदेता है, स्नेटर राबर्ट मेंडीज़ ने ये बात कही, जो ताक़तवर सनेट ख़ारिजा ताल्लुक़ात कमेटी के चेयरमैन हैं।
मेंंडीज़ जिन्होंने हाल में इस कमेटी के सदर नशीन के तौर पर जान कैरी की जगह ली है, इस नई हैसियत में अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के अपने अव्वलीन सफ़र से अभी अभी लौटे हैं। पाकिस्तान में मेंंडीज़ ने सदर आसिफ़ अली ज़रदारी, वज़ीर-ए-ख़ारजा हिना रब्बानी खुर और फ़ौजी सरबराह अशफ़ाक़ परवेज़ क्यानी के साथ मीटिंग्स मुनाक़िद किए।
उन्होंने कहा, अफ़्ग़ान और पाकिस्तानी अवाम नहीं चाहते कि हम वहां कोई क़ाबिज़ के तौर पर मौजूद रहें, जिस का हम कोई इरादा या ख़ाहिश नहीं रखते हैं, लेकिन वो ये भी नहीं चाहते कि हम उन्हें यूंही बे यार-ओ-मददगार छोड़ चले जाएं।