पाकिस्तान के बहरीया टाउन कराची में सब से बड़ी और मस्जिदुल हराम और मस्जिद नबवीऐ के बाद दुनिया की तीसरी बड़ी मस्जिदे जामा मस्जिद का संग बुनियाद रख दिया गया। संग बुनियाद रखने के मौक़ा पर बहरीया टाउन कराची के बुज़ुर्ग मुलाज़िम ने तख़्ती की निक़ाब कुशाई की जो कराची में मुनाक़िद हुई जिस में बहरीया टाउन के मुअज़्ज़िज़ शहरियों ने शिरकत की।
तक़रीब के मौक़ा पर शुर्का को वाक़िफ़ कराते हुए बहरीया टाउन के सीनियर जेनरल मैनेजर तामीरात ज़िया उर्रहमान ने बताया कि ग्रैंड जामा मस्जिद बहरीया टाउन कराची की मैन ब्लू वार्ड के वस्त में वाक़े एक 60 फ़ुट बुलंद पहाड़ी पर वाक़े है, मस्जिद का वाहिद और अज़ीमुश्शान 325 फ़ुट बुलंद मीनार कराची के दूरदराज़ इलाक़ों से भी बाआसानी देखा जा सकेगा।
इस मंसूबे में मस्जिद के इलावा इस्लामिक सेंटर, इस्लामिक म्यूज़ीयम, इस्लामिक लाइब्रेरी और इस्लामी यूनीवर्सिटी भी शामिल है, 50 एकड़ अराज़ी पर तामीर होने वाली मस्जिद को पाकिस्तान के मारूफ़ आर्कीटेक्ट नय्यर अली दादा ने डिज़ाइन किया है जो कि इस से क़ब्ल पाकिस्तान में कई मंसूबे डिज़ाइन कर चुके हैं।