पाकिस्तान में इंसानी हुक़ूक़ के कमीशन ने मुल्क में सज़ाए मौत दिए जाने के अमल में इज़ाफे़ पर तशवीश का इज़हार करते हुए कहा है कि ये तादाद साल के पहले पाँच माह में 135 तक पहुंच गई है।
इंसानी हुक़ूक़ के कमीशन ने फांसी की सज़ाएं रोकने का मुतालिबा करते हुए कहा है कि गुज़िश्ता कई दहाईयों में एक साल के दौरान इतनी बड़ी तादाद में मुजरिमों को फांसी पर नहीं लटकाया गया।
कमीशन ने जुमेरात को जारी किए गीए एक ब्यान में एक मर्तबा फिर सज़ाए मौत को ख़त्म करने का मुतालिबा करते हुए कहा कि सज़ाए मौत और जिस रफ़्तार से इस पर अमल किया जा रहा है, वो तशवीश का बाइस है।