पाकिस्तानी इंजीनीयर ने पानी से चलने वाली कार तैयार की है । ये कार हर किसी को अपनी जानिब मुतवज्जा ( आकर्शित) कर रही है । इंजीनीयर वक़ार अहमद ने इंधन के तौर पर पानी का इस्तिमाल करते हुए अपनी कार चलाई ।
पाकिस्तान के इस दार-उल-हकूमत ( राजधानी) में पारलेमनटरेनस (parliamentarians) , साईंसदानों और तलबा-ए-की नज़रों के सामने अपनी इजाद ( अविष्कार) करदा पानी से चलने वाली कार को चला कर बताया । अख़बार डॉन ने रिपोर्ट दी है कि पानी से चलने वाली कार को देखने के लिये अहम शख्सियतों और आम आदमी में ग़ैरमामूली इशतियाक़ देखा गया ।
इंजीनीयर वक़ार अहमद का कहना है कि ये कार पेट्रोल या सी एन जी के बगैर पानी से चलती है इसके लिये एक ख़ास निज़ाम ( yunit) बनाया गया है । कार का मुशाहिदा ( निरीक्षण) करने वालों को ये देख कर हैरानी हुई कि पेट्रोल के बगैर कार चल पड़ी है । काबीनी सब कमेटी ने आबी फ्यूल कट प्रोजेक्ट की सताइश की ।
वज़ीर मज़हबी उमूर सय्यद ख़ूर्शीद अहमद शाह जिन्होंने इस पैनल की क़ियादत की कहा कि इंजीनीयरिंग की मुकम्मल हिमायत की जाएगी । अख़बारात की रिपोर्ट में वाज़िह कर दिया गया है कि आबी इंधन निज़ाम एक एसी टेक्नोलोजी है जिस में हाईड्रोजन को एक डिस्टल वाटर बनाने के काम लिया जाता है जो हाईड्रोजन गैस पैदा करती है ये डिस्टल वाटर यह उबला हुआ पानी और इस की भाँप से निकलने वाला माद्दा हाईड्रोजन गैस बनाती है जिस की मदद से कार चलती है ।
वक़ार अहमद ने क़बल अज़ीं वज़ीर मज़हबी उमूर ख़ूर्शीद अहमद शाह से इस प्रोजेक्ट के बारे में बताया था । इस वफ़ाक़ी काबीना के सामने पेश किया गया तो इस पर ग़ौर के लिये सब कमेटी तशकील दी गई । मुज़ाहरा के दौरान अहमद शाह ने ख़ुद भी कार चलाई । वज़ीर मौसूफ़ ने कहा कि इंजीनीयर वक़ार अहमद को मुकम्मल सिक्योरिटी फ़राहम की जाएगी और उन के फार्मूला को महफ़ूज़ रखा जाएगा ।