पाकिस्तान में बैन-उल-अक़वामी क्रिकेट का खेल न होना शिकस्त की एक अहम वजह : मिसबाह

कैप टाउन 20 फरव‌री : पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मिसबाह-उल-हक़ ने कहा है कि मुल्क में बैन-उल-अक़वामी क्रिकेट काना होना और तमाम बैन-उल-अक़वामी मुक़ाबले बैरून-ए-मुल्क खेलने की वजह से पाकिस्तान दुनिया की सफ़ अव़्वल की टीम नहीं बन सकी है । 2009 ए- में लाहौर में श्री लंकाई टीम पर हुए हमले के बाद से पाकिस्तान अपनी तमाम होम सीरीज़ भी मुल्क से बाहर खेल रहा है ।

उन्होंने कहा कि जब आप घरेलू मैदान में कोई बैन-उल-अक़वामी मैच ना खेल रहे हों और हर मैच मुल्क से बाहर खेलना हो तो आप किस तरह दुनिया की बेहतरीन टीमों में शामिल होसकते हैं । जनूबी अफ़्रीक़ा के कप्तान गराइम स्मिथ ने पाकिस्तान टीम के साथ हमदर्दी का इज़हार करते हुए कहा कि में 5 मर्तबा पाकिस्तान का दौरा करचुका हूँ मुझे पाकिस्तानी क्रिकेटरस से हमदर्दी है

पाकिस्तान की मौजूदा सेक्योरिटी सूरत-ए-हाल पर मुझे पाकिस्तान जाने और खिलाड़ियों की हिफ़ाज़त के हवाले से शदीद तहफ़्फुज़ात हैं । मिसबाह-उल-हक़ ने कहा कि 2012-ए-में हम ने 6 टेस्ट खेले । इन हालात में हमें टेस्ट मुक़ाबलों का कम तजुर्बा मिल रहा है इस के बावजूद गुजिश्ता ढाई साल में हमारी कारकर्दगी बहुत बेहतर रही है

हमें ज़्यादा टेस्ट मैच मिलने चाहिये । हमारे खिलाड़ियों को टेस्ट मैचों का कम तजुर्बा है इस के मुक़ाबले में जनूबी अफ़्रीक़ा के कई खिलाड़ी 100 और बाअज़ 50 से ज़ाइद टेस्ट खेल चुके हैं । कम तजुर्बा और कम टेस्ट मिलना भी शिकस्त की एक वजह है।