ईस्लामाबाद २० दिसम्बर: ( पी टी आई ) पाकिस्तान की सीवीलीन हुकूमत और ताक़तवर फ़ौज के माबैन एक मुतनाज़ा मेमो के मसला पर जारी कशीदगी के दौरान वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने कहा कि मुल्क में मार्शल ला काबिल-ए-क़बूल नहीं है और कोई उस को क़बूल नहीं करेगा। क़ौमी असैंबली में ख़िताब करते हुए मिस्टर गिलानी ने कहा कि मार्शल ला मुल्क में किसी को भी काबिल-ए-क़बूल नहीं होगा ।
सियोल सोसाइटी और ज़राए इबलाग़ में कोई उसे क़बूल नहीं करेगा ना ही बाहर की दुनिया इसे क़बूल करेगी । क़ाइद अपोज़ीशन निसार अली ख़ान के प्वाईंट आफ़ आर्डर का जवाब देते हुए उन्हों ने कहा कि हमें किसी को भी ऐसे मवाक़े फ़राहम नहीं करने चाहिऐं कि वो जमहूरीयत को रोक दें।
उन्हों ने जमहूरीयत की ताईद में क़ाइद अपोज़ीशन मिस्टर नवाज़ शरीफ़ की जानिब से दिए गए ब्यानात का ख़ैर मुक़द्दम किया । उन्हों ने कहा कि इस मुल्क में जमहूरीयत को सयासी जमातों की कई क़ुर्बानीयों के बाद बहाल किया गया है और मलिक के अवाम हमेशा है इस के लिए जद्द-ओ-जहद करते रहे हैं।
कई अरकान-ए-पार्लीमैंट के साथ अलैहदा मुलाक़ातों के दौरान मिस्टर गिलानी ने कहा कि जमहूरीयत को दरपेश मसाइल किसी ताख़ीर के बगै़र ख़तम हो जाएंगे ।
दफ़्तर वज़ीर-ए-आज़म से जारी ब्यान में कहा गया है कि इन सियासतदानों ने मेमो गेट स्कैंडल के बाद हालात से निमटने मैं मिस्टर गिलानी की सताइश की है ।