पाकिस्तान के क़बाइली इलाक़े ख़ैबर एजैंसी में शिद्दत पसंदों के ख़िलाफ़ फ़ौजी ऑप्रेशन की वजह से मुक़ामी लोगों की नक़्ल-ए-मकानी का सिलसिला जारी है।
पाकिस्तान में शिद्दत पसंदी के 4 दहों की तारीख़ के दौरान कई शहरी हलाक हो चुके हैं। यहां अफ़्ग़ान – पाक सरहद पर कभी रूस की फ़ौज के साथ जंग को कभी कबायली इलाक़ों में तशद्दुद के वाक़ियात आम थे अब अमरीकी जंग के बाद ख़ासकर 11 सितंबर 2011-ए-को अमरीका पर हमले के बाद शिद्दत पसंदी के वाक़ियात में इज़ाफ़ा हो रहा है।
ख़ैबर एजैंसी की तहसील बाड़ा के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में फ़ौजी ऑप्रेशन के बाद हुक्काम के मुताबिक़ लग भग तीन सौ ख़ानदान, सरकारी इमदाद के जलोज़ई कैंप में पहुंच चुके हैं जबकि लोगों की बड़ी तादाद पिशावर में अपने अज़ीज़-ओ-अका़रिब के हाँ क़ियाम करने पर मजबूर हुई है।
क़ुदरती आफ़ात से निमटने के सुबाई इदारे पी डी एम ए के तर्जुमान अदनान ख़ान ने मुतास्सिरीन के कवाइफ़ का इंदिराज करने के बाद उन को खे़मे फ़राहम कर दिए गए हैं।
इन का कहना था कि मुतास्सिरीन को ख़ुराक की फ़राहमी के लिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के इदारा बराए ख़ुराक से राबत किया गया ही। वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम की जानिब से दो दिन तक इमदाद की फ़राहमी मुतवक़्क़े है और इस से पहले मुतास्सिरीन को सुबाई हुकूमत और पी डी एम ए की जानिब से तैय्यार खाना फ़राहम किया जा रहा है। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के दीगर मुताल्लिक़ा इदारों से दरख़ास्त की गई है कि वो मुतास्सिरीन की मदद करें। इमदादी इदारों ने मुतास्सिरीन की मदद की यक़ीन दहानी कराई है।
ख़्याल रहे कि पाकिस्तान के क़बाइली इलाक़े ख़ैबर एजैंसी में जुमेरात को स्कियोरटी फ़ोर्सिज़ और शिद्दत पसंदों के माबैन होने वाली झड़प के बाद से बाड़ा के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में कार्रवाई का फ़ैसला किया गया ही।हुक्काम के मुताबिक़ इस झड़प में एक कप्तान समेत तीन अहलकार हलाक जबकि चौंतीस शिद्दत पसंद मारे गए थी।एक आला फ़ौजी ओहदेदार का कहना है कि तहसील बाड़ा के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में मौजूद शिद्दत पसंदों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का फ़ैसला किया गया है जिस में शिद्दत पसंदों के ख़िलाफ़ गनशिप हेलीकॉप्टरों के इस्तिमाल के इलावा ज़मीनी दस्तों की कार्रवाई भी शामिल है।
पाकिस्तान के क़बाइली इलाक़े ख़ैबर एजैंसी में गुज़श्ता शाम स्कियोरटी फ़ोर्सिज़ और शिद्दत पसंदों के माबैन होने वाली झड़प के बाद से बाड़ा के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में कार्रवाई का फ़ैसला किया गया।
हुक्काम के मुताबिक़ इस झड़प में एक कप्तान समेत तीन अहलकार हलाक जबकि चौंतीस शिद्दत पसंद मारे गए थी।एक आली तहसील बाड़ा के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में मौजूद शिद्दत पसंदों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का फ़ैसला किया गया है जिस में शिद्दत पसंदों के ख़िलाफ़ गनशिप हेलीकॉप्टरों के इस्तिमाल के इलावा ज़मीनी दस्तों की कार्रवाई भी शामिल है।
जिन इलाक़ों में कार्रवाई होगी वहां से लोगों को निकल जाने की हिदायत की गई है के मुतास्सिरीन के लिए कोई इमदादी कैंप मौजूद होने से मुताल्लिक़ हुक्काम ग़ैर वाज़िह मौक़िफ़ रखते हैं शिद्दत पसंदी से मुतास्सिरा अफ़राद अपने रोज़गार से महरूम हैं।
दूसरी तरफ़ स्कियोरटी फ़ोर्सिज़ के अहलकारों ने तहसील बाड़ा के मुख़्तलिफ़ गांव को लोगों से ख़ाली करने का कहा है जिन में मंडी किस, सपा, नाला मुलक देन ख़ैल, कोही मुलक देन ख़ैल, दौलत मुलक देन ख़ैल, जानसी, स्पेन क़ब्र, यूसुफ़ तालाब और मियां गांव खोड़ के इलाक़े शामिल हैं। मुक़ामी लोगों का कहना है कि ये तमाम गांव एक दूसरे के क़रीब हैं और तक़रीबन दस किलोमीटर मुरब्बा रक़बे पर वाक़्य है।
जिस की कल आबादी बीस हज़ार से ज़्यादा बताई जाती ही। स्कियोरटी फ़ोर्सिज़ ने जिन इलाक़ों की निशानदेही की है इन इलाक़ों से लोगों ने क़रीबी इलाक़ों में नक़्ल-ए-मकानी शुरू की है।
याद रहे कि बाड़ा में गुज़श्ता तीन बरसों से स्कियोरटी फ़ोर्सिज़ ने शिद्दत पसंद तनज़्ज़ुमयों के ख़िलाफ़ ग़ैर ऐलानीया कार्रवाई शुरू की हुई है जिस की वजह से बाड़ा बाज़ार के तमाम तिजारती मराकज़ और दूसरा कारोबार मुतास्सिर हो रहा है।
जबकि बाड़ा से मिलने वाले कई रास्ते भी बंद पड़े हैं।ख़ैबर एजैंसी इलाक़ा और कबायली इलाक़ों में तालिबान की कार्यवाईयों और अमरीकी ड्रोन हमलों ने पाकिस्तानी बाशिंदों को जीना मुश्किल करदिया ही। इस लिए इस इलाक़ा के अवाम अपने मुस्तक़बिल के लिए फ़िक्रमंद हैं। अब पाकिस्तान के सरहद पर अमरीकी फ़ौजी सरगर्मीयों ने तशवीशनाक सूरत-ए-हाल पैदा करदी ही। ऐसे में जंग की बातें फ़िक्रमंदी का बाइस हैं।
(मुहम्मद इर्फानुल्लाह निज़ामाबाद