पाकिस्तान में हिंदूस्तानी फिल्मों पर इमतिना का मुतालिबा

ईस्लामाबाद 8 अक्तूबर (एजैंसीज़) पाकिस्तान के एक रोज़नामा मैं शाय हुई ख़बर के मुताबिक़ अगर पाकिस्तान में हिंदूस्तानी फिल्मों की नुमाइश पर रोक लगादी जाय तो पाकिस्तानी फ़िल्मी सनअत फ़रोग़ हासिल करसकती है। दी नेशन नामी अंग्रेज़ी रोज़नामा के एदारीए में वाज़िह तौर पर तहरीर किया गया था कि पाकिस्तान में मौजूद फ़नकारों, गुलूकारों और डायरैक्टरों के एक इजलास में जो लाहौर में मुनाक़िद किया गया था हिंदूस्तानी फिल्मों के मलिक के क़ौमी सिनेमा घरों में नुमाइश की मुख़ालिफ़त की गई क्योंकि पाकिस्तानी फ़िल्मी सनअत कोई ख़ुशहाल और मुनफ़अत बख़श सनअत में है और अगर हिंदूस्तानी फिल्मों की नुमाइश का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो पाकिस्तान फ़िल्मी सनअत ठप होजाएगी। इजलास में कहा गया कि कुछ सिनेमा हॉल्स ऐसे हैं जो सिर्फ हिंदूस्तानी फिल्मों की नुमाइश करते हैं उन्हें पाकिस्तानी फिल्मों की नुमाइश से कोई दिलचस्पी नहीं है। इस तरह हिंदूस्तानी तआक़ुब हिंदूस्तानी फिल्मों के ज़रीया पूरे पाकिस्तान को अपनी गिरिफ़त में ले सकती है। याद रहे कि पाकिस्तान में हिंदूस्तानी फिल्में , अदाकार और गाने बेहद मक़बूल हैं जबकि हिंदूस्तान में पाकिस्तानी की कुछ ही फिल्मों की नुमाइश होती है जिस में हालिया पाकिस्तानी फ़िल्म बोल काबिल-ए-ज़िकर है जिस से नुमायां कामयाबी हासिल की।