इस्लामाबाद: शुमाल मग़रिबी पाकिस्तान के बाज़ अज़ला आज ज़लज़ले के झटकों से दहल गए कोई जानी य माली नुक़्सान की इत्तेला नहीं है। अमरीकी ज्योग्राफिकल सर्वे ने बताया कि इस ज़लज़ले का मब्दा-ए-अफ़्ग़ानिस्तान में इशिका शम इलाक़े से13 कीलोमीटर मग़रिबी सिम्त था।
पाकिस्तान मेट्रोलोजिकल डिपार्टमेंट ने इस ज़लज़ले की शिद्दत80 कीलोमीटर की गहराई में5 रिकार्ड की जबकि उसका मब्दा-ए-अफ़्ग़ानिस्तान । ताजिकस्तान के क़रीब था। एक ओहदेदार ने कहा कि किसी भी मुक़ाम से जानी य माली नुक़्सान की इत्तेला नहीं है।
अफ़्ग़ान सरहद के क़रीब कबायली इलाक़े इस ज़लज़ले की ज़द में आए। ख़ानगी टीवी न्यूज़ चैनल्स ने बताया कि लोग ख़ौफ़ के आलम में अपने घरों और इमारतों से निकल कर भागने लगे। इस से पहले8 जनवरी को5 शिद्दत का ज़लज़ला आया था। और गुज़िश्ता साल7.5 शिद्दत के ज़लज़ले में पाकिस्तान और अफ़्ग़ानिस्तान में 300 से ज़ाइद अफ़राद हलाक हो गए थे|