मुल्क भर में यौमे पाकिस्तान इंतिहाई जोशो जज़बे से मनाया जा रहा है, इस्लामाबाद में 7 साल बाद मुसल्लह अफ़्वाज की मुशतर्का प्रेड के दौरान लड़ाका तैयारों की फ़्लाई पास्ट, टैंकों और दीगर हर्बी सामान की नुमाइश, वफ़ाक़ी दारुल हुकूमत नारे तकबीर और पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारों से गूंज उठा।
यौमे पाकिस्तान पर मुनाक़िदा मर्कज़ी तक़रीब में सदर ममनून हुसैन,वज़ीरे आज़म नवाज़ शरीफ़, चीफ़ स्टाफ़ जेनरल राहील शरीफ़ समेत मुसल्लह अफ़्वाज के सरब्राहान ने शिरकत की। इस मौक़ा पर ऐसा मुज़ाहरा किया गया जिस ने दुश्मन के दिलों पर हैबत तारी करदी और अहले वतन को इतमीनान हासिल हुआ कि ऐसे जरी जवानों के होते हुए पाकिस्तान पर कोई आंच नहीं आ सकती।
दिफ़ा वतन के लिए हर घड़ी तैयार तीनों मुसल्लह अफ़्वाज के जवानों ने इस्लामाबाद में शानदार प्रेड की, सब से पहले प्रेड कमांडर ब्रिगेडीयर सरफ़राज़ की क़ियादत में तीनों मुसल्लह अफ़्वाज के नुमाएन्दगी करते हुए अलम बिरादरों ने मार्च किया और सलामी दी, उन के पीछे पंजाब रेजमेंट, फ़्रंटीयर कोर, नार्दर्न लाईट इन्फ़न्ड़ी, पाक बहरीया, पाक फ़िज़ाईया, पाकिस्तान रेंजर्ज़, पाकिस्तान पुलिस और कमांडोज़ के दस्ते आए।
ख़्वातीन दस्तों भी अर्ज़ वतन की हिफ़ाज़त के लिए अपनी तैयारी का अज़म ज़ाहिर किया। मुल्क में तैयार कर्दा नाक़ाबिले शिकस्त अल ख़ालिद टैंक, अल ज़रार टैंक, बकतरबंद गाड़ियां, तोपखाना, जदीद वीपन सिस्टम, और रडार भी प्रेड में शामिल हुए। पाक बहरीया के पी सी थ्री ओराइन या फ्लाइंग डिज़ास्टर पहली बार इस प्रेड में शरीक हुए।