पाकिस्तान से पैसे मंगाने का मामला : 24 महीने में पांच करोड़ की लेनदेन

पाकिस्तान से पैसा मंगाने के मामले में गिरफ्तार सख्सों ने दो साल में पांच करोड़ रुपये से ज़्यादा की इंखिला मुखतलिफ़ बैंकों की एटीएम के जरिये की है। मामले में मौलूस दीगर लोगों की गिरफ्तारी के लिए लखीसराय पुलिस ने एक टीम बनायी है। यह टीम गिरफ्तार सख्सों से जब्त मोबाइल के कॉल डिटेल की बुनियाद पर जांच-पड़ताल के लिए जुटान झारखंड, दिल्ली, हैदराबाद, मगरीबी बंगाल के कोलकाता समेत दीगर रियासत गयी है।

पुलिस जांच में पता चला है कि गिरफ्तार नौजवानो ने नेपाली यादव, पप्पू कुमार, अमोद कुमार, गणोश कुमार, राहुल कुमार, राजीव, अजय कुमार, दीपक साव, रमेश कुमार, उदय साव, सूरज विश्वकर्मा, अशोक गुप्ता, प्रद्युम कुमार समेत मुखतलिफ़ नाम वाले दो दर्जन से ज़्यादा लोगों के नामों से फर्जी एकाउंट बना कर दो साल में पांच करोड़ रुपये का लेन-देन किया है।

हालांकि, गिरफ्तार नौजवानों का अब तक किसी भी मामले में मुजरिमाना रेकॉर्ड नहीं रहा है। लखीसराय पुलिस ने पाकिस्तान के राब्ते में रहने की खदशा पर जुमा को चार नौजवानों को शहर के पुरानी बाजार वाक़ेय लोहर पट्टी के रहने वाले छवि प्रसाद साव के बेटे गोपाल कुमार गोयल, पुरानी बाजार के ब्लॉक दफ्तर वाक़ेय परमानंद गुप्ता के बेटे पवन कुमार गुप्ता, इलाक़े के निस्ता गांव के रहने वाले विनय कुमार साव के बेटे विकास कुमार और सूर्यगढ़ा के रहने वाले लक्ष्मी प्रसाद के बेटे गणोश प्रसाद को गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार नौजवानों ने पूछताछ में कबुल किया था कि वे गलत ढंग से बैंक में खाता खुलवाते हैं और पाकिस्तान से पैसा मंगाते थे। इसके एवज में गिरोह के तमाम मेंबरों को 20 फीसद कमीशन मिलता था। पुलिस ने गिरफ्तार नौजवान से 21 एटीएम, 7 मोबाइल फोन, 10 सिम कार्ड, तीन दर्जन से ज़्यादा पासबुक, 15 हजार रुपये नकद, एक बिना नंबर का स्कॉर्पियो जब्त किया था।

इस सिलसिले में एसपी राजीव मिश्र ने बताया कि जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। गिरफ्तार नौजवानो को रिमांड पर लेने के लिए कोई भी अमल नहीं की गयी है। एसपी ने बताया कि जांच खुफिया रखी जा रही है, ताकि तहक़ीक़ात मुतासीर नहीं हो।