पाकिस्तान: हिन्दुओं के लिए बड़ी खबर, दी गयी यह मान्यता!

पाकिस्तान की सपना गोबिया इन दिनों अपनी शादी की तैयारियों में व्यस्त हैं। अगले कुछ हफ्तों में उनकी शादी पारंपरिक तरीकों से होने जा रही है, जिसमें दूल्हा-दुल्हन अग्नि के सामने फेरे भी लेंगे। सपना के साथ साथ उनका परिवार भी अब एक अलग तरह का सुकून महसूस कर रहा है। और इसका कारण है देश में लागू हुआ नया हिंदू मैरिज लॉ।

इस नये कानून के तहत सपना को अपनी शादी की मान्यता स्वरूप सरकारी प्रमाण भी मिलेगा। ऐसा प्रमाण पत्र अब तक नहीं मिलता था क्योंकि यहां हिंदू शादियों को मान्यता प्राप्त नहीं थी।

साल 1947 में पाकिस्तान बनने के बाद से ही यहां रहने वाले हिंदू अल्पसंख्यकों की शादियों को कभी आधिकारिक तौर पर मान्यता नहीं दी गई। पाकिस्तान की कुल 19 करोड़ की आबादी में से तकरीबन 30 लाख लोग हिंदू हैं। यहां धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और भेदभाव आम बात है।

सपना पाकिस्तान के हिंदू अल्पसंख्यकों में शुमार हैं, जिनकी आबादी यहां महज 30 लाख है। सपना को 19 मार्च को दस्तखत किये गये हिंदू मैरिज एक्ट 2017 के तहत अब अपनी शादी का औपचारिक रूप से प्रमाण पत्र दिया जायेगा।

अंग्रेजी साहित्य से स्नातक करने वाली सपना बताती है कि यहां हिंदू धर्म की लड़कियां और शादीशुदा महिलाएं हमेशा ही एक डर में जीती हैं. उन्हें डर रहता है कि कहीं उनका अपहरण न हो जाए या जबरन धर्म परिवर्तन करा कर उन्हें दोबारा शादी के लिये मजबूर न किया जाए।

लेकिन अब सपना की तरह तमाम हिंदू महिलाओं को उम्मीद है कि यह नया कानून उन्हें मजबूरन धर्म परिवर्तन और एक से अधिक शादियों से बचाएगा।