गंभीर आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान हैकर्स के निशाने पर आ गया है। संभवत: अब तक के सबसे बड़े साइबर क्राइम के तहत हैकर्स ने पाकिस्तान के सभी बैंकों को हैक कर लिया। ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) में साइबर क्राइम के प्रमुख ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी ब्रीच के तहत हैकरों ने पाकिस्तान के तकरीबन सभी बैंकों में सेंध लगा दी। जांच एजेंसी मामले की जांच में जुटी है। साइबर क्राइम विभाग के प्रमुख कैप्टन मोहम्मद शोएब ने बताया कि पाकिस्तान के तकरीबन सभी बैंकों के डेटा को हैक कर लिया गया है। कैप्टन शोएब ने बताया कि साइबर हमला सीमा पार से किया गया। खाताधारकों के खाते से करोड़ों रुपये उड़ा लिए। हालांकि, वह यह नहीं बता सके कि हैकर्स ने कुल कितनी राशि का चूना लगाया।
सुरक्षा पुख्ता करने की जरूरत: कैप्टन शोएब ने बैंकों की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘बैंकों पर हाल में किए गए हमलों से यह स्पष्ट हो गया है कि बैंकों के सुरक्षा तंत्र को और दुरुस्त करने की जरूरत है। मैंने सभी बैंकों के प्रमुखों और सुरक्षा प्रबंधन का काम देखने वालों को पत्र लिखा है। उन्हें चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया है। इसमें बैंकों की सुरक्षा व्यवस्थ को दुरुस्त करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की जाएगी। लोग बैंकों में अपना पैसा जमा कराते हैं। ऐसे में बैंक जनता के पैसों का कस्टोडियन है। साथ ही यह बैंकों की ही जिम्मेदारी है कि वह खाताधारकों के पैसे की सुरक्षित रखे।’ जानकारी के मुताबिक, हैकरों ने 10 पाकिस्तानी बैंकों के तकरीबन 8,000 खाताधारकों के डेटा हैक कर लिए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इन डेटा को हैकर्स के हाथों बेच दिया गया। ‘डॉन’ अनुसार, साइबर अटैक का पहला मामला 27 अक्टूबर को सामने आया था।