पाक। लंका आज दूसरे टेसट , रियाज़ की शमूलीयत का इमकान

दुबई 26 अक्टूबर (ए एफ़ पी) दुबई स्पोर्टस सिटी में चहारशंबा को पाकिस्तान और श्रीलंका के दरमयान शुरू होने वाले दूसरे टेसट में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान मिसबाह-उल-हक़ फ़ील्डिंग में बेहतर कारकर्दगी की तवक़्क़ो कर रहे हैं जबकि एज़ाज़ चीमा की जगह वहाब रियाज़ की वापसी का इमकान है। अबूज़हबी टेसट मैं 7 कीचस छोड़ने से पाकिस्तान को यक़ीनी कामयाबी से महरूम होना पड़ा। पहली इन्निंग मैं जुनैद ख़ान ने 38 रंज़ दे कर 5 विकटें हासिल कीं और श्रीलंका की टीम 197 रंज़ पर आउट होगए। तौफ़ीक़ उम्र के 236 रंज़ की बदौलत पाकिस्तान ने 314 रंज़ की मुस्तहकम मौक़िफ़ हासिल करलिया था जिस के बाद फील्डरों ने कैच छोड़ते हुए बोलरों की मेहनत पर पानी फेर दिया। डबल सैंचरी बनाने वाले कुमार संगाकारा और थ्री माने के पाँच कीचं छोड़े गई। संगाकारा ने नाक़िस फ़ील्डिंग का फ़ायदा उठाते हुए 211 रंज़ बना डाले और विकेट कीपर प्रसन्ना जैवरधने के साथ छुट्टी विकेट की रिकार्ड शराकत मैं 201 रंज़ बनाई। प्रसन्ना जैवरधने ने 120 रंज़ बनाई। मिसबाह-उल-हक़ ने कहा कि टीम फ़ील्डिंग की ख़ामीयों पर क़ाबू पाने की भरपूर कोशिश करेगी। स्लिप में कैच सिर्फ बेहतरीन तकनीक के ज़रीये लिए जाते हैं। हम ने बहुत ज़्यादा प्रैक्टिस की है और पहले टेसट के डराॶने ख़ाब को भूल कर आगे बढ़ना चाहते हैं। सलमान बट की जगह पाकिस्तान की क़ियादत सँभालने के बाद मिसबाह-उल-हक़ ने कोई टेसट सीरीज़ नहीं हारी है। मिसबाह-उल-हक़ ने कहा कि खिलाड़ियों को ख़ामीयों का एहसास है। बोलरों ने बेहतरीन मुज़ाहरा किया लेकिन उन्हें फील्डरों से सिला ना मिल सका। पाकिस्तान टीम में एक तबदीली का इमकान है। दोनों इन्निंगज़ में एक एक विकेट लेने वाले एज़ाज़ चीमा की जगह बाएं हाथ के फ़ासट बोलर वहाब रियाज़ को मिल सकती है। सिरी लंकाई कप्तान तिलकरत्ने दिलशान ने कहा कि शिकस्त से बचने के बाद हमारी टीम को नफ़सियाती बरतरी हासिल है। मैच के डरा होने से हमें बड़ा फ़ायदा मिला है। चूँकि सीरीज़ तवील है, अगले मैचों में हम मज़ीद कोशिश करेंगे। दिलशान अपनी बैटिंग फ़ार्म से तशवीश में मुबतला हैं। वो गुज़श्ता चार टेसट में सिर्फ एक निस्फ़ सैंचरी स्कोर करसके हैं। इस ख़सूस में दिलशान ने कहा कि उन्हें एक बेहतर इन्निंग की ज़रूरत है जिस के ज़रीया वो टेसट में अपना खोया हुआ फ़ाम हासिल करलींगी। पहले टेसट की दूसरी इन्निंग मैं संगाकारा ने अपने तजुर्बा का बेहतरीन मुज़ाहरा किया। दरीं असना दुबई इंटरनैशनल क्रिकेट ग्रांऊड से यूनुस ख़ान की इंतिहाई ख़ुशगुवार यादें वाबस्ता हैं।009 मैं तामीर करदा 25हज़ार नशिस्तों की गुंजाइश वाले इस मैदान पर अब तक एक ही टेसट मुनाक़िद हुआ जिस में यूनुस ने नाक़ाबिल-ए-शिकस्त सैंचरी (31 रंज़) बना कर टीम को जुनूबी अफ़्रीक़ा के ख़िलाफ़ मुम्किना नाकामी से बचाया था। स्टेडीयम दरअसल दुबई स्पोर्टस सिटी का हिस्सा है, इस के अतराफ़ फुटबाल, बास्कट बाल, आईस हाकी, हैंडबाल , वाली बाल और नैट बाल के ग्रांऊडस मौजूद हैं।