अफ़्ग़ानिस्तान से सटे शोर्श ज़दा सरहदी इलाक़ा में फ़ौजी चौकीयों पर सरहद पार से अस्करीयत पसंदों के हमला में कम अज़ कम दो पाकिस्तानी फ़ौजी हलाक और दीगर तीन ज़ख़्मी हो गए। ये वाक़िया अंदरून 10 दिन दोबारा पेश आया है। अफ़्ग़ानिस्तान के अस्करीयत पसंदों ने बाजोड़ कबायली इलाक़ा की फ़ौजी चौकीयों पर अंधा धुंद फायरिंग कर दी।
एक फ़ौजी ओहदेदार के बामूजिब दो फ़ौजी हलाक हो गए और दीगर तीन बाशमोल एक ओहदेदार ज़ख़्मी हो गए। बाजोड़ ऐसे 7 अज़ला में से एक है जो अफ़्ग़ानिस्तान की सरहद से मुत्तसिल हैं। उस की 52 किलो मीटर तवील सरहद अफ़्ग़ानिस्तान के सूबा कोनार के साथ लगा हुआ है। समझा जाता है कि अस्करीयत पसंद तालिबान के आला सतही क़ाइद मौलाना फ़ज़लुल्लाह के पैरौ थे।
जो समझा जाता है कि 2009 से वादई स्वात में फ़ौजी कार्रवाई से बच कर कोनार में रुपोश हैं। 4 दिन क़ब्ल इसी किस्म का एक वाक़िया पेश आया था। 200 अस्करीयत पसंदों ने अफ़्ग़ानिस्तान से पाकिस्तानी फ़ौजी चौकीयों पर हमला किया था जिस में एक फ़ौजी और 16 अस्करीयत पसंद हलाक हुए थे।
सरहद पार हमला का 25 मई के बाद ये तीसरा वाक़िया था। दोनों ममालिक सरहद पार अस्करीयत पसंद हमलों के लिए एक दूसरे पर इल्ज़ाम तराशी करते हैं।