पाकिस्तान और अफ़्ग़ानिस्तान ने इन इत्तिलाआत के दौरान कि सरहद पार से दरअंदाज़ी के वाक़ियात बढ़ते जा रहे हैं अपनी 2640 किलो मीटर तवील सरहदों के साथ साथ अपनी फ़ौज को मुतहर्रिक कर दिया है ताहम इसरार के साथ कहा है कि सीकोरीटी फ़ोर्स की नक़ल-ओ-हरकत दहश्तगरदों को निशाने बनाने के लिए है इस दौरान ऐसी इत्तिलाआत भी हैं कि वज़ीरस्तान के अफ़्ग़ानी सरहदी इलाक़ा में अमरीका ने अपनी फ़ौज ताय्युनात कर दी है पाकिस्तान के वज़ीर-ए-दिफ़ाअ ने अमरीका को पाकिस्तान के हदूद में किसी फ़ौजी मुदाख़िलत के ख़िलाफ़ संगीन नताइज का इंतिबाह दिया है।
अफ़्ग़ानिस्तान में वज़ारत-ए-दिफ़ा के हुक्काम ने कहा है कि अफ़्ग़ानिस्तान की सीकोरीटी फोर्सेस और बैन-उल-अक़वामी सीकोरीटी इआनत फोर्सेस ने मज़ीद कुमक पाकिस्तान की सरहद से जुड़े इलाक़ों में रवाना की है ताकि हक़्क़ानी नट वर्क के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू की जा सके जो समझा जाता है कि शुमाली वज़ीरस्तान में रुपोश है अफ़्ग़ानिस्तान के वज़ीर-ए-दिफ़ा कह चुके हैं कि ऑप्रेशन तेज़ धारी तलवार दो दिन क़बल शुरू किया जा चुका है और इस के ज़रीया दुश्मन पर कारी ज़रब लगाई जाएगी ताकि वो तहस नहस होजाए और ख़ासकर मौसिम-ए-सर्मा में दहश्तगर्द सरगर्मीयां जारी रखने के काबिल ना रह सके ।
नाटो के तर्जुमान ने सूरत-ए-हाल की संगीनी को कम करने की कोशिश के तौर पर कहा कि सरहदी इलाक़ों में महिज़ सीकोरीटी को मज़बूत करने केलिए फ़ौज मुतहर्रिक हुई है गुज़श्ता दिनों हक़्क़ानी नट वर्क की सरगर्मीयों और आई ऐस आई से इस के साज़बाज़ के हवाले से पाकिस्तान और अमरीका के माबैन लफ़्ज़ी तकरार अपनी इंतिहा को पहूंच चुकी थी और एक मरहला पर पाकिस्तान में अमरीका की फ़ौजी मुदाख़िलत के अंदेशे बढ़ गए थे ।
अफ़्ग़ानिस्तान के साबिक़ सदर बुरहान उद्दीन रब्बानी के क़तल के बाद पाकिस्तान और अफ़्ग़ानिस्तान में ताल्लुक़ात इंतिहाई कशीदा होगए और अफ़्ग़ानिस्तान ने रब्बानी के क़तल केलिए उन तंज़ीमों को ज़िम्मेदार क़रार दिया जिन के ठिकाने पाकिस्तान में हैं और जिन्हें पाकिस्तानी अनटीलजनस की ताईद और सरपरस्ती हासिल है पाकिस्तान ने अफ़्ग़ानिस्तान पर इल्ज़ाम लगाया है कि वो इन दहश्तगरदों की सरकूबी करने में नाकाम होगया है जो पाकिस्तान के इलाक़ों पर हमला क ररहे हैं ।
पाकिस्तान ने काबुल और वाशिंगटन से इस बात पर एहतिजाज किया है कि अफ़्ग़ानी इलाक़ों कोनार, नूरिस्तान और नागर हार में कोई सीकोरीटी फ़ोर्स मौजूद नहीं है और उन इलाक़ों से दहश्तगर्द पाकिस्तानी इलाक़ों पर हमले कररहे हैं । अमरीका ने पाकिस्तान पर दबाव डाल रखा है कि वो तालिबान और हक़्क़ानी नैटवर्क का सफ़ाया करे ।
पाकिस्तान इस बात पर ख़ौफ़ज़दा है कि पाकिस्तानी तालिबान या हक़्क़ानी नेटवर्क के ख़िलाफ़ किसी भी फ़ौजी कार्रवाई में इस की शमूलीयत या मदद का रद्द-ए-अमल पाकिस्तान में बहुत शदीद होगा और ख़ासकर बरसर-ए-इक़तिदार क़ाइदीन की जान के लाले पड़ जाएंगे ।
वज़ीर-ए-दाख़िला पा कतान रहमान मलिक ने ये इन्किशाफ़ किया है कि दहश्तगरदों ने आसिफ़ ज़रदारी के फ़र्ज़ंद बिलावल भुट्टो के अग़वा का मंसूबा बनाया था । तालिबान और हक़्क़ानी नेटवर्क के ख़िलाफ़ अमरीका और अफ़्ग़ानिस्तान को फ़ौजी कार्रवाई की इजाज़त देने पर भी पाकिस्तान दाख़िली रद्द-ए-अमल से दो-चार होगा बेहतर सूरत यही है कि ग़ैरमुल्की फ़ौज अफ़्ग़ानिस्तान से वापिस जाय और आज़ादाना-ओ-मुंसिफ़ाना इंतिख़ाबात में अवाम को फ़ैसला करने का मौक़ा दिया जाय मुश्किल ये है कि अफ़्ग़ानिस्तान में क़ाबिज़ फ़ौज से बरसर-ए-पैकार ग्रुप ताक़त के ज़ोर पर ही काबुल पर क़बज़ा करना चाहते हैं।
अफ़्ग़ानिस्तान पर नाटो अफ़्वाज के तसल्लुत के दस साल मुकम्मल हो चुके हैं और किसी ने नहीं सदर अफ़्ग़ानिस्तान हामिद करज़ई ने ये कहा है कि नाटो सीकोरीटी फ़राहम करने में नाकाम हो चुका है । हामिद करज़ई ने ये भी इल्ज़ाम लगाया है कि सरहद पार से सरगर्म दहश्तगर्द पाकिस्तान की मदद के बईर उंगली भी नहीं हिला सकते हैं उन्हों ने एतराफ़ किया कि हमारी हुकूमत की ये सब से बड़ी नाकामी है कि हम अपने अवाम को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम नहीं कर पा रहे हैं।