पाक को घेरने की पुख्ता रणनीति पर काम शुरू कर दिया मोदी

नई दिल्ली : उड़ी अटैक का बदला लेने के लिए भारत ने एलओसी के उस पास घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया है। सर्जिकल स्ट्राइक भारत की रणनीति का एक हिस्सा भर ही है। सूत्रों के मुताबिक भारत पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए आर्थिक और कूटनीतिक तरीकों पर भी विचार कर रहा है। ऐसा नहीं है कि सेना ने पहली बार एलओसी को पार कर कोई कार्रवाई की है, लेकिन इस बार भारत ने बाकायदे इसका ऐलान किया। सेना की तरफ से इसकी जानकारी दी गई। सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान के लिए सीधा संदेश थी कि बस अब और नहीं। उड़ी में आर्मी बेस पर हुए आतंकी हमले का सीधा जवाब था। उड़ी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को घेरने की पुख्ता रणनीति पर काम शुरू कर दिया।
सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार के संकेत देकर पीएम ने पाकिस्तान को सकते में डाल दिया। यह पड़ोसी देश की आर्थिक घेरेबंदी का हिस्सा था। एक सुरक्षा अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि भारत उन कदमों पर विचार कर रहा है जिनसे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचे। इसके अलावा भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि एक अस्थिर राष्ट्र और आतंकी समूहों के पनाहगाह के तौर पर स्थापित करना चाहता है। बांग्लादेश, अफगानिस्तान और भूटान के बाद अब श्रीलंका ने भी पाकिस्तान में होने वाले सार्क शिखर सम्मेलन में शिरकत से इनकार कर दिया है। बांग्लादेश और अफगानिस्तान भारत की कार्रवाई का खुलकर समर्थन कर रहे हैं। क्षेत्रीय स्तर पर पाकिस्तान अलग-थलग होना शुरू हो गया है।
जिन विकल्पों पर विचार किया जा रहा है उनमें पाकिस्तान के साथ उस व्यापार को खत्म करना भी शामिल है जो यूएई जैसे किसी तीसरे देश के जरिये होता है। 2014 में भारत और पाकिस्तान के बीच आधिकारिक व्यापार 2.6 अरब डॉलर का था, लेकिन तीसरे देश के जरिए दोनों देशों के बीच अनुमानित व्यापार करीब 5 अरब डॉलर है। भारत से पाकिस्तान को जूलरी, कपड़े और मशीनरी जैसे सामानों का दुबई सरीखे तीसरे देशों से होकर निर्यात होता है। हालांकि विशेषज्ञ व्यापार खत्म करने को कारगर विकल्प नहीं मान रहे।