दरभंगा : नीतीश कुमार ने मंगल को कहा कि आवाम इस बार मन बना चुकी है कि उसे बाहरी नहीं, बिहारी वजीरे आला चाहिए। आठ नवंबर को एनडीए के हारने के बाद पाकिस्तान में नहीं, समूचे हिंदुस्तान में पटाखे छूटेंगे।
वह दरभंगा देही एसेम्बली हल्के के बलौर वाकेय स्टेडियम व जाले के काजी अहमद कॉलेज इजलास को खिताब कर रहे थे। नीतीश कुमार ने कहा कि जब मुझे काम करने का मौका मिला, तो हर इलाक़े में इंसाफ़ के साथ तरक्की किया।
हाशिये पर पहुंचे पसमानदा, इंतेहाई पसमानदा, दलित व महादलितों के लिए खुसुसि मंसूबा बनायीं। रिजल्ट ये है की आज समाज में अमन-चैन व भाईचारा है। वजीरे आला ने वजीरे आजम पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सुबूतों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं। उन्हें अल्फ़ाज़ का ख्याल नहीं है। बिहार में जो तरक्की हुआ, वह उन्हें नहीं दिखता है। जब साथ में थे, तो तारीफ करते थे। आज मज़मत करते नहीं थकते।
हमारी हुकूमत ने सड़कें, पुल-पुलिया बनाये, बिजली की हालत में सुधार किया। उन्होंने कहा कि हिटलर का तशहीर वज़ीर गोबल्स था। वह कहता था कि एक झूठ काे बार-बार दुहराओ, तो वह सच बन जाता है। उन्होंने कहा कि अच्छे दिन तो पहले थे, जब लोगों को भात, दाल के साथ तरकारी मिल जाती थी। अब तो भात पर दाल नहीं मिलती, दाल मिलती है, तो तरकारी नसीब नहीं होती। लोग मांड़-भात से ही काम चला रहे हैं।
सीएम ने कहा कि हमारी हुकूमत फिर बनती है, तो तालिबे इल्म की पढाई के लिए चार लाख रुपये का तालिबे इल्म क्रेडिट कार्ड और बेरोजगारों को दो साल तक एक हजार रुपये दिये जायेंगे।
वजीरे आला ने कहा कि अजीम इत्तिहाद में शामिल तमाम पार्टियों ने अपना मुश्तरका प्रोग्राम माना, तब जाकर इत्तिहाद की तामीर हुआ़ हमारे वजीरे आजम ऐसे हैं, जिनके खिलाफ अपना पड़ोसी दोस्त नेपाल भी झंडा उठा लिया है़।