जम्मू-कश्मीर के सांबा ज़िले में पाँच अगस्त को सरहद पर फायरिंग में ज़ख़मी बार्डर सेक्योरिटी फ़ोर्स (बी एस एफ़) के एक जवान की आज यहां हस्पताल में मौत हो गई। इंडिया इंस्टीटियूट इदारे (एम्स) के डाक्टरों ने बताया कि हैडकांस्टेबल राम रिहायश गाह मीना का दिन में साढे़ 12 बजे इंतेक़ाल हो गया. वो जिस दिन पाकिस्तान से लगती बैन-उल-अक़वामी सरहद पर ज़ख़मी हुए थे, उसी दिन उन्हें एम्स में दाख़िल किराया गया था।
एम्स ट्रामा सैंटर के डाक्टर एमसी मिश्रा ने कहा कि गोलीयां लगने से ज़ख़मी मीना ने आज दम तोड़ दिया।उन्हें 100 यूनिट ख़ून और ख़ून की मसनूआत चढ़ाया गया था।फ़ोर्स के एक सीनीयर अफ़्सर ने कहा कि मीना की लाश बी ऐस एफ़ के गाड़ी से राजिस्थान में उन के घर भेज दिया गया. गाड़ी में लाश के साथ उन के ख़ानदान के रुकन थे।सांबा के राम गढ़ में पाँच अगस्त को पाकिस्तान की जानिब से दो राउंड गोलीयां चलने से मीना ज़ख़मी हो गए थे.
पाकिस्तान की जानिब से आज की गई फायरिंग में जम्मू सरहदी इलाक़े में वाक़्य पेशगी चौकी पर तायनात सरहदी हिफ़ाज़ती फ़ोर्स का एक जवान ज़ख़मी हो गया।पाँच भारती फ़ौजीयों के क़त्ल के वाक़िये के बाद सरहद पर फैली कशीदगी के दरमयान कुछ दिनों के अंदर अंदर जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी की ये दूसरा वाक़िया है।
बी ऐस एफ़ के एक सीनीयर अफ़्सर ने बताया, जम्मू सरहद पर बैन-उल-अक़वामी सरहद (आई बी) के क़रीब उल्फ़ा माचिल बॉर्डर आउट पोस्ट (बीवपी) इलाक़े में आज सुबह पाकिस्तान की जानिब से फायरिंग की गई।इस फायरिंग में बीएसेस का एक जवान पवन कुमार ज़ख़मी हो गया।उसे हस्पताल में दाख़िल कराया गया है।उन्होंने पाकिस्तान की इस हरकत को जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी बताया है।