श्रीनगर: कश्मीर में पाकिस्तानी परचमों को लहराने के बार बार वाक़ियात पर उभरने वाले तनाज़े के दरमियान सीनियर नेशनल कान्फ़्रेंस लीडर मुस्तफा कमाल ने आज सवाल उठाया कि क्यों मर्कज़ी हुकूमत को इस पर उलझन होती है और तजवीज़ पेश की कि हिन्दुस्तान को पड़ोसी के पर्चम का एहतिराम करना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के साबिक़ वज़ीर और नेशनल कान्फ़्रेंस के सरपरस्त फ़ारूक़ अब्दुल्लाह के भाई मुस्तफा कमाल ने कहा कि पाकिस्तानी परचमों के लहराने से क्या बिगड़ जाएगा? अब इस मामले में हकूमत-ए-हिन्द बेचैन होरही है, बल्कि मुश्तइल होरही है। ये इक़दाम तो दानिस्ता होरहा है। ये आज़ाद क़ौम पाकिस्तान का पर्चम है और हिन्दुस्तान को इस का एहतेराम करना होगा।