पाक पी एम को सलमान ख़ुरशीद ज़ुहराना तर्तीब देंगे

नई दिल्ली, 7 मार्च (पी टी आई) वज़ीर उमूर ख़ारिजा सलमान ख़ुरशीद पाकिस्तानी वज़ीर-ए-आज़म राजा परवेज़ अशरफ़ के लिए हफ़्ते को उन के एक रोज़ा निजी दौरा बराए जयपुर के दौरान ज़ुहराना तर्तीब देंगे लेकिन कोई पुरमग़्ज़ बातचीत नहीं होगी। ख़ुरशीद उनके लिए जयपुर की एक होटल (रामबाग पियालस) में लंच की मेज़बानी करेंगे जिस के बाद वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान अजमेर के लिए रवाना होंगे।

दरगाह अजमेर में हाज़िरी की तकमील पर दौरा कनुंदा वज़ीर-ए-आज़म उसी शाम जयपुर वापिस हो जाएंगे और ईस्लामाबाद के लिए स्पेशल फ़्लाईट के ज़रीये वापिस परवाज़ करेंगे। पाकिस्तानी वज़ीर-ए-आज़म नई दिल्ली का दौरा नहीं कर रहे हैं और जयपुर में कोई बामानी मुज़ाकरात तए नहीं किए गए, सरकारी तर्जुमान वज़ारत उमूर ख़ारिजा ने वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान के सफ़र बराए जयपुर की तफ़सीलात बताते हुए ये बात कही ।

ये पूछने पर आया नई दिल्ली में किसी मीटिंग के लिए हिंदूस्तान की जानिब से तजवीज़ पेश की गई, उन्होंने कहा कि दौरा कनुंदा शख़्सियत ने निजी दौरा करने की ख़ाहिश ज़ाहिर की थी और उनकी ज़रूरीयात की तकमील के लिए तमाम तर इंतेज़ामात किए गए हैं। अलावा अज़ीं हमें कोई दीगर दरख़ास्त वसूल नहीं हुई है। इस सवाल पर कि क्यों हिंदूस्तानी हुकूमत पाकिस्तानी लीडर से रब्त-ओ-ज़बत के लिए रिवायत से हटकर काम कर रही है जबकि वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने वाज़िह कर दिया था कि जम्मू-ओ-कश्मीर में एल ओ सी के क़रीब एक हिंदुस्तानी सिपाही का सर क़लम कर दिए जाने के बाद मामूल के हालात बरक़रार नहीं रह सकते हैं, तर्जुमान ने कहा, कोई बामानी बातचीत नहीं होगी और ये कि वो वज़ीर-ए-आज़म और सरबराह ममलकत है जिस के साथ हमारे सिफ़ारती ताल्लुक़ात हैं।

ये एक अहम मुल्क है। और मामूल के सिफ़ारती प्रोटोकोल की मुताबिक़त में हम उन से वाजिबी ख़ैरसिगाली का मुज़ाहरा कर रहे हैं। अशर्फ़ का दौरा उन के सदर आसिफ़ अली ज़रदारी के सफ़र की मानिंद नहीं जो गुज़िश्ता अप्रैल एक रोज़ तवील दौरे पर आए और अजमेर के लिए परवाज़ से क़बल नई दिल्ली में तीन घंटे का तवक्कुफ़ किया था। डाक्टर सिंह ने दौरा कनुंदा पाकिस्तानी सदर के लिए ज़ुहराना का एहतिमाम किया था और दोनों क़ाइदीन ने बातचीत भी मुनाक़िद की।

सरकारी तर्जुमान ने ये भी कहा कि अशर्फ़ के हमराह उन के अरकान ख़ानदान होंगे और वो जयपुर में 9 मार्च की सुबह पहुंचेंगे। अशर्फ़ का दौरा ऐसे वक़्त हो रहा है जब एल ओ सी पर फ़ायरबंदी की ख़िलाफ़ वरज़ीयों पर बाहमी रवाबित में सर्दमहरी पाई जाती है। जनवरी में एक हिंदूस्तानी सिपाही का पाकिस्तानी दस्तों ने सर क़लम किया जबकि एक दीगर की मस्ख़शुदा नाश पाई गई। वज़ीर-ए-आज़म अशर्फ़ का दरगाह अजमेर के गद्दी नशीन बिलाल चिशती से क़रीबी रिश्ता है। बिलाल चिशती ने गुज़िश्ता साल ईस्लामाबाद में दो बार डिसम्बर और अगस्त में अशर्फ़ से मुलाक़ात की थी।