नूरपुर, 31 जनवरी: बिजनौर जिले के इनायतपुर गांव के रहने वाले आठ साला पीयूष का कत्ल 24 अक्टूबर को कर दिया गया था। तकरीबन तीन महिने बाद पुलिस जांच में जब कातिल का नाम सामने आया तो घर वालों के होश उड़ गए। क्योंकि कातिल कोई और नहीं, बल्कि पीयूष का सगा ताऊ ही था।
इनायतपुर का साकिन होमगार्ड सहदेव के बेटे पीयूष की लाश खेत में पड़ी मिली थी। मासूम के जिस्म पर जगह-जगह ब्लेड से काटे जाने के निशान थे।
थाना इंचार्ज शिवाला कलां प्रवीण सोलंकी के मुताबिक पुलिस को सहदेव के भाई कमलवीर पर शक था, जो तंत्र-मंत्र किया करता था। तीन महीने की पड़ताल में शक की तसदीक हो जाने पर आखिरकार मंगल की रात सेह के पुल के पास से कमलवीर पकड़ा गया। पुलिस ने सख्ती की तो हत्यारे ने सारा राज उगल दिया।
कमलवीर ने बताया कि नवरात्र के दौरान उसने देवी को खुश करने के लिए बच्चे की बलि चढ़ाने की सोची, जिस पर अमल करते हुए नवरात्र की अष्टमी को वह भतीजे पीयूष को बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया। वहां कमरे में बंद कर उसे गंगाजल से नहलाया। बच्चा शोर मचाने लगा, तो गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
उसके शरीर को ब्लेड से काटकर खून निकाला और देवी की तस्वीर पर चढ़ाया। इसके बाद लाश को गन्ने के खेत में फेंक आया। पुलिस ने मुल्ज़िम कमलवीर को जेल भेज दिया है।