नई दिल्ली, 7 अप्रैल (पी टी आई) दिल्ली की एक अदालत ने आज एन बी ए जहदकार मेधा पाटकर पर अपनी जानिब से और अहमदाबाद नशीन एन जी ओ के सरबराह की तरफ़ से एक दूसरे के ख़िलाफ़ दाख़िल करदा हतक-ए-इज़्ज़त मुक़द्दमात में गैरहाज़िरी पर 15,000 रुपय की लागत आइद करदी।
मेट्रोपोलैटिन मजिस्ट्रेट राजेंद्र सिंह ने नर्मदा बचाव आंदोलन (एन बी ए) जहदकार पाटकर और वे के सक्सेना सदर नेशनल कौंसल फ़ार सियोल लिबर्टीज़ जो गुज़िश्ता 13 साल से क़ानूनी कशाकश में उलझे हैं, उनके दायर करदा तीन हतक-ए-इज़्ज़त केसों में से हर एक में 5,000 रुपय की लागत आइद करदी क्योंकि पाटकर अदालत में हाज़िर होने में नाकाम हुईं।
ताहम अदालत ने पाटकर की एक रोज़ के लिए शख़्सी हाज़िरी से इस्तिस्ना की अर्ज़ी को क़बूल करलिया । अदालत ने पाटकर को 17 जुलाई को हाज़िरी की हिदायत के साथ कहा कि वो लग भग हर तारीख़ को गैरहाज़िर रहें। उन्हें फ़ी केस 5,000 रुपय की लागत पर शख़्सी इस्तिस्ना की इजाज़त दी जाती है