पानी सरबराही प्रोजेक्ट्स के लिए बैरूनी सरमायाकारी की तजवीज़

हैदराबाद मेट्रो पोलीटन वाटर स्पलाई एंड सीवरेज बोर्ड नए वाटर स्पलाई प्रोजेक्ट्स पर अमल आवरी के लिए बैरूनी सरमाया कारी के इमकानात तलाश कररहा है।
जी एच्च एम सी हुदूद में दोनों शहरों के मज़ाफ़ाती इलाक़ों में आबरसानी बोर्ड कई जी एच्च एम सी शुरू करने का मंसूबा रखता है लेकिन मर्कज़ी और रियासती हुकूमतों की तरफ से फ़ंडज़ की इजराई एक मुश्किल मरहला बन गई है चुनांचे आबरसानी बोर्ड ने अवामी ज़रूरीयात को पूरा करने के लिए बैरूनी एजेंसीयों से माली मदद हासिल करने का मंसूबा बनाया है। आबरसानी बोर्ड मज़ाफ़ाती इलाक़ों में तक़रीबन 3195 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर अमल आवरी का ख़ाहां है।

इस मक़सद के लिए जापान इंटरनेशनल को ऑप्रेशन एजेंसी, कोरिया वाटर रिसोर्सेज कारपोरेशन, रीपब्लिक आफ़ कोरिया और दुसरे ग़ैर मुल्की इदारों से सरमाया कारी के सिलसिले में रब्त क़ायम किया गया है।
इन एजेंसीयों ने ग्रेटर हैदराबाद के अतराफ़ पानी की सरबराही के प्रोजेक्ट्स के लिए फ़ंडज़ की फ़राहमी में दिलचस्पी ज़ाहिर की है। आबरसानी बोर्ड के ओहदेदारों ने बताया कि मज़ाफ़ाती इलाक़ों में पानी की सरबराही का मौजूदा मौक़िफ़ इतमीनान बख़श नहीं है और इस नैटवर्क को वुसअत देने की ज़रूरत है।

श्री लिंगम पली में सिर्फ़ 30 फ़ीसद अहाते में पानी की सरबराही का इंतेज़ाम है इसी तरह राजिंदरनगर में 45 फ़ीसद, क़ुतुबउल्लाहपुर में 45 ता 50 फ़ीसद, कोकटपली 70 फ़ीसद, ऊपल 80 फ़ीसद, एल्बीनगर और कापरा 85 फ़ीसद, अलवाल सर्किल में 90फ़ीसद पानी की सरबराही का इंतेज़ाम है।