पार्टी के कारपोरेटर की हैसियत से दुबारा मुंतख़िब हुए

नई दिल्ली: मर्कज़ ने इस साल मुल्क के बाज़ हिस्सों में ख़ुशकसाली की सूरत-ए-हाल से निमटने के लिए इक़दामात किए हैं। 8 रियासतों को12,000 करोड़ रुपये का ख़ुशकसाली फंड्स ही अब तक जारी किया गया है। वज़ीर-ए-ज़रात राधा मोहन सिंह ने आज कहा कि नाकाफ़ी बारिश की वजह से ज़रई पैदावार में भी कमी आई है इस लिए हुकूमत ने अजनास की कमी को दूर करने के लिए मुतबादिल इक़दामात भी करने का मन्सूबा बनाया है।

मुल्क में मुसलसल दो साल से नाकाफ़ी बारिश के बाइस लगातार ख़ुशकसाली पैदा हुई है। जुमला10 रियासतों को हुकूमत की जानिब से ख़ुशकसाली से मुतास्सिरा क़रार दिया गया है। मुल्क का तक़रीबन नसफ़ हिस्सा क़हतज़दा है। हमने इस साल अब तक8 रियासतों को12000 करोड़ रुपये का ख़ुशकसाली फ़ंड जारी किया है।

माबाक़ी दो रियासतों को भी बहुत जल्द फंड्स जारी करेंगे। वज़ीर-ए-ज़रात यहां इंडियन काउंसिल आफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च और ऑल इंडिया एग्रीकल्चरल स्टूडैंटस एसोसीएशन‌ की जानिब से मुशतर्का तौर पर मुनाक़िदा ज़रई कान्फ़्रेंस के मौक़े पर सामने आया है। राजस्थान और झारखंड के ताल्लुक़ से भी फ़ैसला बहुत जल्द किया जाएगा।

मर्कज़ ने कर्नाटक को1540 करोड़ रुपये की ख़ुशकसाली इमदाद जारी की है जबकि छत्तीसगढ़ को1,670 करोड़ रुपये, मध्य प्रदेश को2032 करोड़ रुपय, महाराष्ट्र को3050 करोड़ रुपये जारी किए गए। मर्कज़ ने ये तमाम रक़ूमात क़ौमी आफ़ात-ए-समावी राहत फ़ंड से जारी किए हैं।

कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, राजस्थान, झारखंड, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ ने मिलकर मर्कज़ से ख़ुशकसाली इमदाद की अपील की थी। इन तमाम रियासतों ने38,667 करोड़ रुपये फ़ील-फ़ौर जारी करने का मुतालिबा किया था। वज़ीर-ए-ज़रात ने साबिक़ यू पी ए हुकूमत पर नुक्ता-चीनी करते हुए कहा कि साबिक़ हुकूमत ने चार साल के दौरान सिर्फ13,762 करोड़ रुपये जारी किए थे जबकि हमारी हुकूमत ने सिर्फ साल2014-15 के दौरान ही9000 करोड़ रुपये की ख़ुशकसाली रीलीफ़ मुख़तस की और इस साल18,000 करोड़ रुपये जारी किए।