पार्लियामेंट का सरमाई इजलास आज से शुरू हो रहा है। इस इजलास में भी कई मुद्दों को लेकर हंगामे के आसार हैं। यह इजलास 12 दिन का है, जो 20 दिसंबर तक चलेगा। इस इजलास में कई अहम बिल सरकार के एजेंडा में हैं। इनमें तहाफुज बराए खऱातीन बिल, लोकपाल बिल और तरक्की में तहाफुज से जुड़े बिल शामिल हैं।
बीजेपी मुल्क के मआशी हालात, मुजफ्फरनगर दंगों और दहशतगर्द हमलों के मौज़ू पर सरकार को घेरने की तैयारी कर चुकी है। वहीं लेफ्ट पार्टियों का मुतालेबा है कि मुजफ्फरनगर में हुए दंगों के साथ मआशी हालात पर बहस की जाए।
समाजवादी पार्टी ने मर्कज की सरकार को इन्तेबाह दिया है कि अगर इस इजलास में तहाफुज बराए खऱातीनल या फिर प्रमोशन में एससी और एस टी के लिए कोटा देने से जुड़ा बिल लाया गया तो वह पार्लियामेंट की कार्यवाही नहीं चलने देगी।
पार्लिमानी मामलों के वजीर कमलनाथ ने कहा है कि पार्लियामेंट का सरमाई इजलास छोटा है इसलिए उन बिलों को अहमियत दी जाएगी, जो पार्लियामेंट के किसी एक एवान में पास हो चुके हैं।