पार्लीमैंट और बाक़ी असैंबली इंतिख़ाबात(चुनाव‌) के एक साथ इनइक़ाद का अडवानी का मुतालिबा

बी जे पी के सरकरदा लीडर एल के अडवानी ने अपने ताज़ा तरीन ब्लॉग पर नए सदर जमहूरीया से एक गुज़ारिश के उनवान से सदर जमहूरीया से इंतिख़ाबी इस्लाहात के इक़दामात करने की अपील की ताकि लोक सभा और असैंबली इंतिख़ाबात(चुनाव‌) पर पाँच साल पर साथ साथ किराए जा सकें और ये कि इन की एक मुअय्यना मुद्दत कार हो।

मिस्टर अडवानी ने अपने ब्लॉग पर कहा कि जब हम क़ौमी जमहूरी इत्तिहाद हुकूमत के तहत छः साल मर्कज़ में थे तब हमें ये तजुर्बा हासिल हुआ था कि मुल्क के दौर दराज़ इलाक़े में भी होने वाले इंतिख़ाबात(चुनाव‌) का सहारा लेकर किस तरह नई दिल्ली में फ़ैसले का अमल मुतास्सिर किया जाता है। उन्हों ने कहा कि उसे में ना हुकूमत के लिए और ना ही सियासत के लिए बेहतर समझता हूँ।

मिस्टर अडवानी ने कहा कि उन्हों ने इस मुआमले पर कुछ रोज़ क़बल(पहले) वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री/prime minister) मनमोहन सिंह और मिस्टर मुखर्जी से जब वो लोक सभा लीडर थे बात की थी । उन्हों ने मज़ीद कहा कि मैंने राय दी थी कि लोक सभा या रियास्ती असैंबलीयों को मीयाद कार के वस्त में ही तहलील नहीं किया जाना चाहीए बल्कि उन्हें किसी भी सूरत में अपनी मुअय्यना मुद्दत कार मुकम्मल करनी चाहीए।

मिस्टर अडवानी ने कहा कि प्रण‌ब मुखर्जी ने हाल ही में एक ऐसी ज़िम्मेदारी सँभाली है जिस में किसी जानिबदारी का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता लिहाज़ा उन के लिए इंतिख़ाबी इस्लाहात के लिए इक़दामात करने का ये मौज़ूं तरीन वक़्त है। बी जे पी के सरकरदा लीडर ने कहा कि तरक़्क़ी पसंद इत्तिहाद हुकूमत की मीयाद मई 2014 में ख़तम‌ हो रही है इस लिए 16 वीं लोक सभा इंतिख़ाबात(चुनाव‌) किसी भी सूरत में इस से क़बल मुनाक़िद किए जाने चाहीए ।

उन्हों ने कहा कि तरक़्क़ी पसंद इत्तिहाद हुकूमत के दूसरे दौर में अब तक 12 रियास्तों में इंतिख़ाबात(चुनाव‌) होचुके हैं और गुजरात और हिमाचल प्रदेश असैंबलीयों के इंतिख़ाबात(चुनाव‌) जहां बी जे पी की हुकूमत है ,जनवरी 2013 में होने वाले हैं। मिस्टर अडवानी ने मश्वरा दिया कि अमेरीका की तरह यहां भी इंतिख़ाबात की हतमी तारीख़ सिर्फ़ एकज़िक्युटीव के ज़रीया ही तै नहीं किया जाना चाहीए।

अमेरीका में सदारती इंतिख़ाबात हर चार साल में होते हैं और नवंबर में ही होते हैं। उन्हों ने मज़ीद मिसाल दी कि 2011 मैं बर्तानवी पार्लीमैंट ने भी क़ानून पास किया है जिस के तहत पार्लीमैंट की मुअय्यना मुद्दत कार होगी।