पार्लीमैंट में अलहदा तेलंगाना बिल पेश करने मर्कज़ पर ज़ोर

हैदराबाद 01 मई :मर्कज़ी हुकूमत पर पार्लीमैंट में अलहदा तेलंगाना रियासत के हक़ में बिल पेश करने के लिए तेलंगाना पोलटीकल जवाइंट एक्शण कमेटी की तरफ से नई दिल्ली के जंतर मंत्र पर कल से शुरू हुआ दो रोज़ा संसद यात्रा धरना आज शाम खतम हुव‌ ।

सदर नशीन जय ए सी प्रोफ़ैसर कोदंदरम की क़ियादत में इस दो रोज़ा धरने में मुल्क की मुख़्तलिफ़ क़ौमी, सयासी जमातों के लीडरें ने शिरकत की और तेलंगाना तहरीक से इज़हार यगानगत किया।

धरने के आज दूसरे दिन बी जे पी की क़ौमी लीडर और लोक सभा में अप्पोज़ीशन सुषमा स्वराज, बी जे पी की सीनीयर लीडर और साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर ओमा भारती, मुमताज़ समाजी कारकुन स्वामी अग्नी वेश के अलावा कल हिन्द मुस्लिम मजलिस मुशावरत के सदर ज़फ़र उल-इस्लाम ख़ां और आंध्र प्रदेश से ताल्लुक़ रखने वाले मुख़्तलिफ़ जमातों के अवामी नुमाइंदों और सीनीयर लीडरें ने शिरकत की।

सुषमा स्वराज ने धरने से ख़िताब करते हुए मर्कज़ी हुकूमत से मुतालिबा किया कि वो पार्लीमैंट में अलहदा तेलंगाना के क़ियाम से मुताल्लिक़ बिल पेश करे और उन की पार्टी बिल की ताईद करेगी।

उन्होंने कहा कि बी जे पी इब्तिदा ही से तेलंगाना के क़ियाम के हक़ में है और पार्लीमैंट और इस के बाहर इस ने ताईद कि है।

हैदराबाद, करीमनगर और वारंगल में वो तेलंगाना की ताईद में जलसों से ख़िताब करचुकी हैं। सुषमा स्वराज ने तेलंगाना मसले पर मर्कज़ की तरफ से बहाने बनाने पर सख़्त तन्क़ीद की और कहा कि हुकूमत तेलंगाना मसले पर बात तो करती है लेकिन इत्तिफ़ाक़ राय के बावजूद अपनी बात से मुकर जाती है।

इस सिलसिले में उन्होंने 9 दिसम्बर 2009 को उस वक़्त के वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम के एलान का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि यू पी ए के अक़ल्ल तरीन प्रोग्राम, सदर जमहूरीया के ख़ुतबा, 2004 के कांग्रेस के इंतिख़ाबी मंशूर( चुनावि घोषणा पत्र ) और सदर कांग्रेस सोनीया गांधी की सालगिरह के मौके पर कांग्रेस ने तेलंगाना की तशकील का वाअदा किया था लेकिन वो किसी भी वाअदे पर क़ायम नहीं रही।

सुषमा स्वराज ने पार्लीमैंट के बाहर कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट की तरफ से किए जा रहे धरने का हवाला देते हुए कहा कि ये पहला मौक़ा है कि बरसर-ए-इक्तदार जमात के लोग ख़ुद हुकूमत के ख़िलाफ़ एहतिजाज कररहे हैं।

अगर इन लोगें में संजीदगी हो तो उन्हें चाहीए कि पार्टी छोड़कर इस धरने में शामिल होजाएं। बी जे पी लिडर ने कहा कि कुल जमाती मीटिंग में वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने अंदरून एक माह तेलंगाना के बारे में फ़ैसले का याकिन दिया था लेकिन बाद में इस एलान से मुकर गए।

बी जे पी ने अपने दौर-ए-हकूमत में छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड रियास्तें क़ायम की और इन तीनों रियास्तों में वो बरसर-ए-इक्तदार रही।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना की पसमांदगी के बाइस अवाम अलहदा रियासत का मुतालिबा कररहे हैं और अब तक 1000 से ज़ाइद नौजवानों ने ख़ुदकुशी करली कांग्रेस पार्टी को और कितनी लाशें चाहीए।

उन्होंने याकिन दिलाया कि अगर कांग्रेस तेलंगाना तशकील नहीं देगी तो बी जे पी बरसर-ए-इक़तिदार आने पर अंदरून 100 दिन तेलंगाना तशकील दिया जाएगा।

इस धरने में तक़रीबन 3000 अफ़राद ने शिरकत की जो हैदराबाद से ख़ुसूसी ट्रेन के ज़रीये नई दिल्ली रवाना हुए थे। प्रोफ़ैसर कोदंदरम राम ने धरने के खतम पर कहा कि इस धरने के ज़रीये तेलंगाना अवाम की आवाज़ को मर्कज़ी हुकूमत तक पहुंचाने की कोशिश की गई है और कांग्रेस हुकूमत के पास तशकील तेलंगाना के लिए ये आख़िरी मौक़ा है।

कोदंदरम ने कहा कि तेलंगाना के हुसूल के लिए जय ए सी की जद्द-ओ-जहद आइन्दा जारी रहेगी।