नई दिल्ली,०३ दिसम्बर:( पी टी आई) पार्लीमॆंट के सरमाई सैशन का निस्फ़ हिस्सा ज़ाए हो चुका है। एफडी आई के मसला पर मुसलसल 9वें दिन की कार्रवाई भी मफ़लूज रही। अपोज़ीशन और यू पी ए की दो हलीफ़ पार्टीयों ने रीटेल शोबा में एफडी आई की इजाज़त देने के फ़ैसले को वापिस लेने का मुतालिबा करते हुए एहतिजाज में शिद्दत पैदा कर दी है।
पार्लीमैंट की कार्रवाई 7 दिसम्बर तक मुल्तवी करदी गई। हुकूमत ने तमाम हलीफ़ पार्टीयों को राज़ी कराने की कोशिश करने के बावजूद ये मसला बरक़रार रहा। एफडी आई डाऊन डाऊन, एफडी आई वापिस लो जैसे नारे लगाए गयॆ।
लोक सभा और राज्य सभा में तृणमूल कांग्रेस, डी ऐम के अरकान भी अप्पोज़ीशन के साथ मिल कर एहतिजाज किया। पार्लीमैंट की कार्रवाई को 4 दिन की तातीलात दी गई हैं इसी लिए 7 डसमबर को दोनों ऐवानों का इजलास शुरू होगा। मौजूदा सैशन 22 दिस्दमबर को ख़तम् हो रहा है। आज पार्लीमैंट के दोनों ऐवानों की कार्रवाई पहले तो दोपहर तक और इस के बाद 7 दिसंबर तक के लिए मुल्तवी करदी गई जिस से यू पी ए हुकूमत को इस तात्तुल को दूर करने के लिए जिस की वजह से पार्लीमैंट मफ़लूज होकर रह गई ही, कुछ मोहलत मिल गई है। पिछली 22 नवंबर को पार्लीमैंट के सरमाई इजलास के आग़ाज़ से इस के दोनों हफ़्ते ज़ाए होगए हैं और बमुश्किल ही कोई काम काज होसका है।
आज भी लोक सभा की कार्रवाई रास्त ग़ैर मुल्की सरमाया कारी और मुल्लापेरियार डैम के तहफ़्फ़ुज़ के सवाल पर केराला के अराकीन पार्लीमैंट की एहतिजाज की वजह से दिन भर के लिए मुल्तवी हो गई। महंगाई, कालाधन और अलाहिदा रियासत तलंगाना का मुतालिबा वो दीगर उमूर थे जिस पर पिछले हफ़्ते ऐवान में ज़बरदस्त हंगामा हुआ और तलंगाना के मुआमला में आंधरा प्रदेश से ताल्लुक़ रखने वाले बरसर-ए-इक़तिदार कांग्रेस के अरकान भी मुश्तइल नज़र आई।
इस दौरान अपोज़ीशन बी जे पी ने एफडी आइ के सवाल पर बेहस के लिए तहरीक इलतिवा के मुतालिबा पुर इसरार जारी रखा जबकि हुकूमत उस को नामंज़ूर करती रही।
बाएं बाज़ू की पार्टीयां भी ख़ुरदा कारोबार में रास्त ग़ैर मुल्की सरमाया कारी की मुख़ालिफ़त कररही हैं इस के इलावा तृणमूल कांग्रेस और डी ऐम के जैसी हुकूमत की इत्तिहादी जमातें भी इन का साथ दे रही हैं। आज जब 11 बजे ऐवान की कार्रवाई दुबारा शुरू हुई इन पार्टीयों के अरकान अपनी अपनी नशिस्तों पर खड़े हो गयॆ।
जैसे ही डिप्टी स्पीकर कर या मुंडा ने अपनी नशिस्त सँभाली अरकान एफडी आई का फ़ैसला वापिस लो जैसे नारे लगाते हुए अपनी जगहों पर खड़े होगए और बहुत से अरकान सदर नशीं की मेज़ तक पहुंच गई। इस दौरान केरला के अरकान भी तमिलनाडू को मुल्लापेरियार डैम की ऊंचाई बढ़ाने से रोकने के लिए हुकूमत पर ज़ोर देते हुए नारे लगाने लगी।