शहर की सफाई में मुकम्मील तरह से फेल होने के बावजूद बोर्ड की बैठक में एटूजेड के फी पार्षदों की हिमायत शक के घेरे में है। बहस है कि एटूजेड के अफसरों ने तमाम पार्षदों को हिमायत के बदले हर माह कुछ (?) देने का वादा किया है।
नाम नहीं बताने की शर्त पर एक पार्षद ने बताया कि सभी वार्डो में पार्षदों को अपनी पसंद से सुपरवाइजर और सफाई अहलकार मुकर्रर करने को कहा गया है। इनकी कई मुताल्बात को कंपनी ने माना है। वहीं उनके तनख़्वाह का खर्च उठाने पर एटूजेड ने रजामंदी ज़हीर की है।