पार्सल से बिहार पहुंच रहे जाली नोट

पटना 22 अप्रैल : बिहार में कारोबार में लगा हर पांचवां नोट जाली हो सकता है। हर माह जाली नोटों का खेप बिहार आता है। पहले जाली नोट सड़क रस्ते से बिहार लाये जाते थे, अब पार्सल व ट्रेन से पहुंचाये जा रहे हैं। खासतौर पर, शुमाली बिहार के जिलों में जाली नोटों की खपत तेजी से बढ़ रही है।

एक अंदाज़ा के मुताबिक़, हिंदुस्तान में 51 अरब डॉलर के जाली नोट ग़र्दिश में हैं। आइबी की रिपोर्ट कहती है, हिंदुस्तान एक्तेसादी दहसतगर्द की चपेट में है. गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी और आंध्रप्रदेश में बड़ी तादाद में जाली नोट ग़र्दिश में हैं।

बिहार इसकी एक कड़ी के तौर पर जुड़ता जा रहा है।
पुलिस हेड क्वार्टर के जराये के मुताबिक़, एकतेसादी जरायम यूनिट ने 2012 से मार्च, 2013 के दरमियान 26,79,500 रुपये के जाली हिंदुस्तानी नोट बरामद किये हैं, जबकि पूरे रियासत में इस मुद्दत में कुल 56,31, 340 रुपये के जाली हिंदुस्तानी नोट बरामद किये गये हैं।

आमदनी इत्तेला डायरेक्टर (डीआरआइ) ने एक जनवरी, 2013 को हावड़ा से रक्सौल जा रही मिथिला एक्सप्रेस में रामगढ़वा में छापेमारी कर 3.86 लाख के जाली नोट बरामद किये थे। इस मामले में होमगार्ड के जवान सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें 290 नोट एक हजार के और 193 नोट पांच सौ के थे। इसके साबिक़ 21 दिसंबर, 2012 को किशनगंज के बहादुरगंज थाना इलाके में 87 हजार रुपये के जाली नोट बरामद किये गये थे।

इनमें 1000 के 81 व 500 के 13 जाली नोट थे. इन नोटों के साथ शेख इब्राहिम (कोचाधामन) व शबीहुल रहमान (प बंगाल) को गिरफ्तार किया गया था। इनके तार बांग्लादेश से जुड़े थे। बिहार पुलिस और डीआरआइ ने 2011 में 41.40 लाख रुपये के जाली नोट बिहार में बरामद किये थे।

डीआरआइ ने 20 लाख के 1000 रुपये के नकली नोट मशरिकी चंपारण के पीपरा कोठी में दो दिसंबर को एक बस से बरामद किये थे। इसके साथ ही मग्रीबी बंगाल के मालदा के मोहनपुर रिहायसी अशरफुल आलम को गिरफ्तार किया गया था। एक दूसरी वारदात में पटना पुलिस और एसटीएफ ने जॉइंट कार्रवाई में पटना में 75000 रुपये के नकली नोट को बरामद किये थे। 13 दिसंबर को 10 लाख रुपये के जाली नोट के साथ 10 सेलफोन,10 पासपोर्ट और छह नेपाली सिम के साथ मशरिकी चंपारण के प्रमोद कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया था। उसने क़बूल किया था कि पाकिस्तान के रास्ते जाली नोट बिहार लाये गये थे।

हाल में जब्त जाली नोट

मशरिकी चंपारण
20 अगस्त, 2012: छतौनी से 19 हजार के साथ एक गिरफ्तार।

10 सितंबर ,2012:छतौनी से आठ लाख 98 हजार के साथ एक गिरफ्तार।

20 सितंबर ,2012 : अरेराज से पांच लाख के साथ दो गिरफ्तार।

14 अक्तूबर, 2012: छौड़ादानों से 50 हजार के साथ तीन गिरफ्तार।

जनवरी, 2013 : रमगढवा में मिथिला ट्रेन से चार लाख के साथ होमगार्ड के जवान सहित दो गिरफ्तार।

16 मार्च ,2013: रक्सौल में 95 हजार के साथ एक गिरफ्तार।

मधुबनी
3 मई ,2012: 12 हजार के नकली नोटों के साथ रक्सौल निवासी सुरेश कुमार गिरफ्तार।

मुजफ्फरपुर
25 जुलाई ,2012: 24.5 लाख जब्त
29 दिसंबर ,12: 4 लाख के साथ गणोश सहनी गिरफ्तार।

31 दिसंबर,12: होमगार्ड जवान शेषनाथ महतो 3.86 लाख के साथ गिरफ्तार।

8 जनवरी ,13: 4.91 लाख के साथ छोटे लाल सहनी व मनोज साह गिरफ्तार।

सीतामढ़ी
नौ अप्रैल ,2013 : एसएसबी ने 10 लाख के जाली नोटों के साथ एक नौजवान को गिरफ्तार किया था।

30 अगस्त, 2012 : मेजरगंज के उस वक़्त थाना इंचार्ज ने 2.23 लाख के जाली नोटों के साथ पांच कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया था।

खास गिरफ्तारियां
जाली नोट के साथ अब तक दर्जनों धंधेबाज पकड़े जा चुके है। इनमे खास तौर से सुगौली में महाराष्ट्र के संतोष राम दास, सुजीत कुमार भोले, प्रताप रामचंद्र सालेकर, संजय भटराव देशमुख के साथ नौतन का भीखरी मुखिया पकड़ा गया था। वहीं, रक्सौल में नेपाल का भुअर अंसारी व मग्रीबी चंपारण के नौतन का मनोज साह पकड़ा गया था। सबसे अहम गिरफ्तारी हरसिद्धि से हुई थी, जिसमें आइएसआइ एजेंट प्रमोद कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया था।