पावर प्रोजेक्ट स्कैम में केंद्रीय मंत्री का संदिग्ध रोल किरण रिजिजू को हटा दिया जाए: कांग्रेस की मांग

नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज मांग किया है कि 450 करोड़ के अरुणाचल पावर स्कैम‌ में शामिल केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू को हटा दिया जाए और कहा कि सरकार के कामकाज में पारदर्शिता लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुलंद बाँग दावो की कलई खुल गई है। ये दावा करते हुए कि इस मामले में किरण रिजिजू की भूमिका संदेह के दायरे में आता है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सरजीवाला एक वीडियो टेप भी जारी की है जिसमें रिजिजू और उनके चचेरे भाई कि 800 मेगावाट पावर प्रोजेक्ट में कॉन्ट्रैक्टर हैं भुगतान के बारे में बातचीत करते हुए रिकॉर्ड किए गया हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चूंकि किरण रिजिजू शक के दायरे में आ गए हैं तो उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।

उन्हें प्रधानमंत्री बर्खास्त कर दें या फिर स्वतंत्र जांच पूरी होने तक पद छोड़ दें। सरजीवाला ने प्रधानमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि पारदर्शिता के ऊंचे दावे खोखले साबित हुए हैं क्योंकि कई स्कैम‌ सहित ललित गेट और विजय माल्या प्रदान आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता अब यह इंतेजार में हैं कि नरेंद्र मोदी अरुणाचल पावर स्कैम में क्या कार्रवाई करेंगे जो 450 करोड़ का घपला किया गया और केंद्रीय मंत्री ने कॉन्ट्रैक्टर को बिल की इजराई में सहायता करने का आश्वासन दिया है।