पिता और भाई संग पत्नी को मरने की कोशिश बेकार, तीन दिन बाद लौटी पत्नी सभी आरोपी गिरफ्तार

एक पुरानी कहावत है कि जाके राखो साइयां मार सके ना कोए. कुछ ऐसा ही हुआ फतेहाबाद के भटू की रहने वाली सोनिया के साथ. जिसने 23 दिन पहले अपने परिवार वालों की मर्जी के खिलाफ नरवाना के अम्बरसर गांव के सुल्तान नामक युवक से प्रेम विवाह किया था.

दरअसल, सोनिया और सुल्तान 22 अक्टूबर को शादी करने के बाद गुड़गांव में रहने लगे थे. 22 दिन बाद अचानक पीड़िता का देवर प्रवीण गुड़गांव पहुंच गया और दोनों से गांव चलकर रहने की मिन्नत करने लगा. सोनिया ने देवर और पति की बात मान ली और उसके साथ उनके पैतृक गांव अमबरसर चलने के लिए तैयार हो गई.

लेकिन सोनिया को इस बात का अहसास नहीं था कि रास्ते में मौत उसका इंतजार कर रही थी. जैसे ही वह अमृतसर बेलरखा रोड से गुजरती भाखड़ा नहर के पास पहुंची, वहां उसका ससुर ईश्वर पहले से ही इंतजार कर रहा था. असल में सुल्तान, प्रवीन और ईश्वर ने पहले से ही सोनिया की जान लेने की योजना बना ली थी.

आरोपियों ने सोनिया के सिर में ईंट मारी और फिर उसे नहर में धकेल दिया. उसके बाद तीनों सोनिया को मरा हुआ समझकर अपने घर लौट गए.

उधर, नहर में फेंकी गई सोनिया ईंट के वार और नहर में गिरने के बावजूद भी जिंदा बच गई. वह हिम्मत करके किसी तरह झाड़ियां पकड़कर नहर से बाहर आने में कामयाब हो गई. पुलिस के मुताबिक सोनिया सबसे पहले एक होटल में पहुंची, जहां से उसने पुलिस को घटना की सूचना दी.

पुलिस मौके पर पहुंची तो सोनिया ने आपबीती सुनाई. इसके बाद पुलिस ने सोनिया के बयान के आधार पर आरोपी पति सुल्तान, देवर प्रवीण और ससुर ईश्वर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने घायल सोनिया को अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां उसका इलाज चल रहा है.

बहादुर सोनिया खौफनाक साजिश का शिकार होने के बावजूद अपनी जान बचाने में कामयाब रही. अब पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल की तलाश कर रही है.