नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित कर रहे हैं | देश के नाम प्रधानमंत्री मोदी का दो महीनों में दूसरा संबोधन है | माना जा रहा है कि इस दौरान वे सरकार के नोटबंदी के फैसले को लेकर कुछ नए एलान कर सकते हैं| अपने संबोधन में उन्होंने कहा है कि देश की सवा सौ करोड़ जनता ने उज्जवल भविष्य की नींव रखी है।मैं जानता हूं के आपको अपना पैसा निकालने के लिए घंटों लाइनों में लगना पड़ा है| मुझे इस बारे में सैंकड़ों खत मिले हैं|
उन्होंने कहा कि काला धन, जाली नोट के खिलाफ लड़ाई में आप एक कदम भी पीछे नहीं रहना चाहते, यह मुझे महसूस हुआ है | बैंकों को जल्द से जल्द सामान्य किए जाने पर काम किया जाए| इसके लिए सभी को निर्देश दिया गया है |हिंदुस्तान ने जो करके दिखाया है उसकी विश्व में तुलना करने को कुछ नहीं है।हमारी अर्थव्यवस्था में बेतहाशा बढ़े हुए नोट महंगाई बढ़ा रहे थे कालाबाजारी बढ़ा रहे थे |
कैश अथवा नकद अर्थव्यवस्था से बाहर हो तो विपत्ति है, ऐसा सभी अर्थशास्त्री मानते हैं| आज अगर लाल बहादुर शास्त्री, राम मनोहर लोहिया और जय प्रकाश नारायण होते तो देशवासियों को आशीर्वाद देते| आपको जानकार हैरानी होगी कि सरकार के पास दर्ज की गई जानकारी के हिसाब से देश में केवल 24 लाख रुपये यह स्वीकारते हैं कि उनकी कमाई 10 लाख रुपये से ज्यादा है| कानून, कानून का काम करेगा, पूरी कठोरता से करेगा| यह सरकार सज्जनों की मित्र है और दुर्जनों को सज्जनता के रास्ते पर लाने का वातावरण तैयार करने को तैयार है| यह बात पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद, मानव तस्करी जैसे काम पूरी तरह से काले धन पर आधारित हैं|