हाजीपुर : पटना हाईकोर्ट के शताब्दी समापन समारोह में शिरकत करने के बाद वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी ने हाजीपुर में तीन रेल-सड़क पुलों का शुरुवात व इफ़्तिताह किया. पीएम मोदी ने दीघा-पहलेजा-हाजीपुर रेल पुल देश को समर्पित किया. इसके अलावा उन्होंने मुंगेर में बने नये रेल पुल का ऑनलाइन इफ्तिताह किया. उन्होंने मोकामा में राजेंद्र पुल के बराबर बनने वाले नये रेल पुल का भी संगे बुनियाद किया. पीएम ने इस दौरान पटना से लखनऊ तक जाने वाली नयी ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान पीएम ने जहां इशारों में कांग्रेस के दस साल के शासन की तन्क़ीद की, वहीं वज़ीरे आला नीतीश कुमार की तारीफ की. वज़ीरे आज़म ने कहा कि अटल जी के वक़्त हुई प्रोजेक्ट बीच में रुक गयी, लेकिन मेरे 18 माह के हुकूमत में इसमें तेजी आने से यह पूरा हो सका. उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ की और कहा कि केंद्र को उनका पूरा मदद मिल रहा है. मोदी ने कहा कि बिहार केंद्र की तरजीह है और रहेगी. उन्होंने रेल वज़ीर सुरेश प्रभु के इनोवेटिव आइडिया की भी तारीफ की. बिहार एसेंबली इंतिखाब के बाद पहली बार वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी सनीचर को एक दिवसीय दौरे पर पटना पहुंचे हैं.
वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी ने बजट की चर्चा करते हुए कहा कि आपने देखा होगा कि हमने बजट में गरीब परिवार को गैस कनेक्शन देने का बीड़ा उठाया है. खाना बनाते वक्त हमारी माँ बहनों के जिश्म में 400 सिगरेट का धुंआ जाता है. हमने इससे आज़ादी दिलाने का बीड़ा उठाया है. हमने इसके लिए टारगेट तय कर रखा है कि हमें इतने वक़्त में कर देना है.
वज़ीरे आज़म ने मंसूबों के लिए बिहार सरकार की रफ़्तार की भी तारीफ की उन्होंने कहा कि हमें बिहार सरकार से पूरी मदद मिल रही है इसके लिए मैं नीतीश जी का शुक्रिया अदा करता हूं. अगर बिहार सरकार और केंद्र सरकार ठान ले तो कई काम आसानी से हो जायेंगे. हम आम लोगों की जरूरत के हिसाब से बिजली, सड़क और दीगर सहूलत के लिए काम करेंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि वज़ीरे आज़म के यहां आने से खुशी है. उन्होंने कहा कि आपके यहां आने से बिहार के लोगों को फायदा होगा. केंद्र-राज्य मिलकर तरक़्क़ी की गाड़ी चलाएंगे. मैं इस काम के लिए वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी का मुबारकबाद देता हूं. उन्होंने कहा कि मेरे लिए आज व्यक्तिगत संतोष का मौजू है.
नीतीश ने कहा कि मुझे याद है कि अटल बिहारी वाजपेयी ने गांधी मैदान से 3 फरवरी 2002 को सोनपुर-दीघा पुल का काम शुरू हुआ था और उनके जन्मदिन 25 दिसंबर 2002 को दिल्ली-मुंगेर पुल का काम शुरू हुआ था. उन्होंने मुझे रेल की जिम्मेदारी दी थी, जो काम शुरू हुआ वह पूरा हो रहा है, राष्ट्र को लोकार्पित हो रहा है, इसलिए मुझे खुशी हो रही है. इस दौरान रेलवे ब्रिज इफ्तिताह प्रोग्राम में रेल वज़ीर सुरेश प्रभु, मर्कज़ी वज़ीर राजीव प्रताप रूडी भी मौजूद है.