पीएम मोदी का सिनीयर मुस्लिम लीडरों से मुलाकात

नई दिल्ली: मुल्क भर से आए सीनीयर मुल्सिम लीडरों ने पीर के रोज़ पीएम नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें अपनी फिक्र से आगाह कराया. कट्टरपंथ को बढ़ावा देने के रूझान और दहशतगर्द के बढ़ते खतरे के बारे में इम्कानात को ज़ाहिर करते हुए इन लीडरों ने चुनौतियों से निपटने के लिए ज़्यादा यकजहती दिखाने और इज्तिमायी कोशिश करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया.

इन लीडरों ने मुसलमानों के मज़हबी मुकामात मस्जिदों और मदरसों के इम्लाक से जुड़े मुद्दों की तरफ नरेन्द्र मोदी का ध्यान मुतवज्जा किया. उन्होंने मुस्लिम नौजवानो को खासतौर से तालीम के सूबे में बेहतर सहूलियात फराहम करने के लिए हुकूमत से मदद देने को कहा.

पीएम ने वफद की बात को गौर से सुना और उन्हें मुस्लिम मआशरे के सभी तबकों की शिकायतों को दूर करने में पूरी मदद देने का यकीन दिया.

उन्होंने मुस्लिम नौजवानो को हुकूक मुनअकिद करके पर जोर दिया ताकि वे मुल्क की तामीर में अहम किरदार निभा सकें. उन्होंने उनकी सामाजी हालात में सुधार लाने और उनकी तालिम से मुताल्लिक जरूरते पूरी करने के लिए हर मदद देने का वादा किया.

मुस्लिम लीडरों ने इक्तेसादी तरक्की, फिर्कावाराना हमआहंगी और अमन को बढ़ावा देने और मुल्क की हिफाज़त को मजबूत करने के लिए फिर्के की पूरी ताईद देने का पीएम को यकिनदहानी कराया.

पीएम से मिलने वालों में सैयद सुल्तान उल हसन, मिसबाही (सजदा नशीं, अजमेर शरीफ), हजरत गुलाम यासीन साहिब (शहर काजी, वाराणसी), शेख वसीम अशरफी (इमाम तन्जीम, मुंबई), इंजी. मोहम्मद हामिद (सदर, इमाम तन्जीम, नागपुर), अलामा तस्लीम राजा साहिब (दरगाह बरेलवी शरीफ, उत्तर प्रदेश), सैयद अब्दुल राशिद अली (सैयद शाहिद दरगाह, शहडोल, मध्य प्रदेश), मौलाना अबु बक्र बसानी (नागौरी शरीफ दरगाह, राजस्थान), सैय्यद अली अकबर (ताजपुरा शरीफ, चेन्नई), हाजी अब्दुल हफीज खान (इमाम, तन्जीम बालाघाट, मध्य प्रदेश) शामिल थे.