पीएम मोदी को भी पता नहीं कि नोटबंदी से देश किस दिशा में जा रही है: अमेरिकी अर्थशास्त्री

नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा बड़े नोटों को बंद करने के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए विख्यात अमेरिकी अर्थशास्त्री स्टीव एच हैंके ने कहा है कि नोटबंदी ‘लूजर्स’ (हारने वालों) के लिए है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इसका अंदाजा नहीं है कि देश किस दिशा में आगे बढ़ रहा है.

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मेरीलैंड की जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले हैंके ने ट्वीट कर कहा, नोटबंदी हारने वालों के लिए है और यह शुरुआत से ही गलत तरीके से लागू किया गया. मोदी को ये भी नहीं पता है कि भारत किस दिशा में जा रहा है. स्पेशल कवरेज न्यूज़ के मुताबिक वाशिंगटन के केटो इंस्टीट्यूट में ट्रबल्ड करंसी प्रोजेक्ट के निदेशक और वरिष्ठ फेलो, हैंके ने पहले भी कहा था कि भारत में मोदी की नोटबंदी को अपनाने के लिए जरूरी बुनियादी ढांचा नहीं है. उन्हें यह बात पता होनी चाहिए थी.

नोटबंदी के फैसले पर आर्थिक जगत की कई हस्तियों ने हैरानी जताई थी. जिसपर चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा था कि मोदी द्वारा नोट बंद करने की घोषणा ‘बेघर लोगों को एक महीने के समय में मंगल पर घर देने जैसे वादे’ जैसी थी, साथ ही यह भी लिखा, इस फैसले से भारतीय अर्थव्यवसथा को कम से कम एक दशक पीछे ढकेल दिया है.

इसके अलावा 9 दिसंबर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी नोटबंदी के फैसले को बड़ी आपदा बताया था. उन्होंेने देश को आने वाले मुश्किल दौर के लिए तैयार रहने को कहा था.

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को राष्ट्र के नाम संबोधन में 500 और 1000 रुपए के नोट तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए थे. पीएम ने इस फैसले को काले धन, जाली मुद्रा और भ्रष्टाटचार पर कड़ी चोट बताया था.