हैदराबाद २५ मार्च (सियासत न्यूज़) बच्चों को माँ के दूध के बाद अगर कोई दूध सेहतबख़श है तो वो है देसी गाय का दूध ही। गर्वनमैंट आयुर्वेदिक कॉलिज के प्रिंसिपल मिस्टर सत्य प्रसाद ने अख़बारी नुमाइंदों को मुख़ातब करते हुए ये बात कही। उन्हों ने कहा कि जिस तरह मुख़्तलिफ़ इक़साम के दूध पाकेट के ज़रीया फ़रोख़त होते हैं इस तरह ख़ालिसदेसी गाय का दूध फ़रोख़त करने केलिए और देसी गाय के दूध के फ़ायदे क्या हैं इस का इस्तिमाल करने से हमें क्या फ़ायदे हैं।
गाय दूध की एहमीयत को लोग क्यों नहीं जानते हैं।अवाम में बेदारी पैदा करने केलिए चकरा डेरी गर्वनमैंट आयुर्वेदिक कॉलिज के मुशतर्का तौर पर 28 मार्च से 3 रोज़ा वर्कशॉप और समीनार पीपल्ज़ पलाज़ा निकलस रोड पर मुनाक़िदकररहा ही। इस आयुर्वेदिक की रोशनी में गाय के दूध के फ़ायदे और इस को इस्तिमाल करने से इंसान में होने वाली तबदीलीयां बताई जाएंगी। इस मौक़ा पर चकरा डेरी के सदर नशीन सूर्य नारायण रेड्डी ने कहा कि आज हम बैरून-ए-मुमालिक के तैय्यार करदा डेरी के ऐटम इस्तिमाल कररहे हैं क्या मालूम के किसी तरह से ये आयटम तैय्यार किए जा रहे हैं।
तमाम मज़हबी एतबार से गाय के दूध को सब से ज़्यादा पसंद किया जाता है लेकिनतक़रीबन लोग टी वी और दूसरे इश्तिहार की रोशनी में बंद डिब्बे में मौजूद दूध के पाउडर और दूसरी अशीया जो बैरून-ए-मुमालिक तैय्यार होती ही, लेकिन जो हम को बताया गया है कि गाय का दूध काफ़ी बेहतर है उसे इस्तिमाल करें। इस तरह तैय्यार होने वाली दूसरी अशीया का भरपूर इस्तिमाल करें। बहुत जल्द अवाम के दरमयान चकरा डेरी ख़ालिस देसी गाय दूध मुतआरिफ़ करवाएगी। अवाम जो दूध कारोबार करते हैं वो ज़रूर इस तीन रोज़ाआयुर्वेदिक देसी गाय वर्कशॉप में शिरकत करें और मज़ीद मालूमात हासिल करें।