हिंदुस्तानी टेनिस स्टार लैंडर पेस ने अपने चैक जम्हूरियाई साथी खिलाड़ी रॉडिक स्टपनक के हमराह यू एस ओपन के ख़िताबी मुक़ाबला में इलैगज़ेंडर पिया और ब्रूनो सवारस के ख़िलाफ़ 6-1 , 6-3 की कामयाबी हासिल करते हुए 40 साल की उम्र में ग्रांड सलाम हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बन चुके हैं।
मर्द ज़मुरा के डबल्स मुक़ाबला में हिंद-चैक जम्हूरियाई जोड़ी ने शानदार मुज़ाहरा करते हुए एक रिकार्ड साज़ कामयाबी हासिल की है जोकि लैंडर पेस केलिए मजमूई तौर पर 14 वां ग्रांड सलाम ख़िताब और मर्द ज़मुरा के डबल्स में आठवां ख़िताब रहा। कामयाबी के बाद इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए पेस ने कहा कि रॉडिक ने मुझे टेनिस दुनिया के मुअम्मर तरीन चैंम्पियन बनने में मदद की है।
ओपन ईरा में इस उम्र में चैंम्पियन बनने वाला में पहला खिलाड़ी हूँ और में इस केलिए रॉडिक का शुक्र गुज़ार भी हूँ। पेस ने अपने साथी खिलाड़ी की भरपूर तारीफ़ करते हुए कहा कि रॉडिक के साथ खेलने में ना सिर्फ़ उन्हें मज़ा आया बल्कि वो इन तमाम को मश्वरा देते हैं जोकि डबल्स मुक़ाबलों में साथी खिलाड़ी की तलाश करते हैं तो उन्हें चैक जम्हूरियाई खिलाड़ियों को तर्जीह देनी चाहिए।
पेस ने रॉडिक के मुताल्लिक़ मज़ीद कहा कि उन के साथ जोड़ी बना कर वो काफ़ी ख़ुश हैं क्योंकि दोनों का ताल्लुक़ एक जैसे घराने और माहौल से होने के इलावा दोनों ही में हालिया दिनों में कई मिसाल और दुशवारीयों का सामना किया है। पीस केलिए ये तीसरा डबल्स यू एस ओपन ख़िताब रहा जबकि 2006-ए-और 2009-ए-में भी इत्तिफ़ाक़ से उन्हों ने ख़ताबात चैक जम्हूरियाई खिलाड़ियों के साथ हासिल किए हैं जैसा कि 2006-ए-में उन के साथी मार्टिन डाम और 2009-ए-में लूकास ड्लोही रहे।