नई दिल्ली
क़ौमी सलामती और इत्तेहाद से खिलवाड़ की इजाज़त नहीं दी जाएगी किसी भी क़ुर्बानी से गुरेज़ नहीं किया जाएगा। राज्य सभा में वज़ीरे दाख़िला का बयान
जम्मू-कश्मीर में अलाहदगी पसंद लीडर मुसर्रत आलम की रिहाई पर तन्क़ीदों का सामना कर रही हुकूमत ने आज एतराफ़ किया कि बी जे पी और पी डी पी के माबेन नज़रयाती इख़तेलाफ़ात हैं । हुकूमत ने कहा कि वो क़ौमी सालमीयत के लिए किसी भी तरह की क़ुर्बानी देने को तय्यार है।
वज़ीरे दाख़िला राज नाथ सिंह ने राज्य सभा में एक बयान देते हुए कहा कि किसी को भी चाहे वो कितना ही ताक़तवर क्यों ना हो मुल्क की सालमीयत और इत्तेहाद से खेलने की इजाज़त नहीं दी जाएगी । उन्होंने मुसर्रत आलम की रिहाई पर अरकान के अनुदेशों को दूर करने की कोशिश की।
राज नाथ सिंह ने कहा कि इस सारे मसला में कोई पोशीदा अज़ाइम नहीं हैं और मर्कज़ ने रियासती हुकूमत से जवाबतलब किए हैं। बी जे पी भी रियासती हुकूमत का हिस्सा है। वज़ीरे दाख़िला ने कांग्रेस की तशवीश का जवाब देते हुए कहा कि इस बात में कोई शक नहीं कि बी जे पी और पी डी पी के माबेन नज़रयाती इख़तेलाफ़ात हैं।
माज़ी में हमारे कभी भी पी डी पी के सताह ताल्लुक़ात नहीं रहे। वो सिर्फ़ 10 दिन से हमारे साथ हैं। जो कुछ भी असरात इस जमात पर हैं वो कांग्रेस के होसकते हैं क्योंकि कांग्रेस के माज़ी में पी डी पी के साथ ताल्लुक़ात रहे हैं और दोनों की मख़लूत हुकूमत चली है। ये वाज़िह करते हुए कि जम्मू व कशमीर हिन्दुस्तान का अटूट हिस्सा था है और रहेगा उन्होंने कहा कि किसी को भी चाहे वो कितना ही ताक़तवर क्यों ना हो मुल्क की सालमीयत और इत्तेहाद-ओ-सलामती से खेलने की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
हम इस मसले पर जो कुछ भी क़ुर्बानी देनी होगी इस से गुरेज़ नहीं करेंगे। राज नाथ सिंह ने कहा कि वो वज़ीरे आज़म की जानिब से एवान में बयान दे रहे हैं। उस वक़्त वज़ीरे आज़म एवान में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हुकूमत साज़ी में कोई खु़फ़ीया एजंडा नहीं था और ना ही कोई पसेपर्दा बात चीत हुई है।
उन्होंने कहा कि किसी भी ग़द्दार से किसी समझौता का सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि हमारा एजंडा कभी खु़फ़ीया नहीं रहा। ये हमेशा वाज़ख़ रहा है । हम वो नहीं हैं जो पर्दे के पीछे काम करते हैं। उन्होंने तशकील हुकूमत से क़बल मुफ़्ती सय्यद और वज़ीरे आज़म मोदी की मुलाक़ात को मामूल की ख़ैरसिगाली मुलाक़ात क़रार दिया।
वज़ीरे दाख़िला ने कहा कि हफ़्ते को जैसे ही मसर्रत आलम को रहा किया गया मर्कज़ी हुकूमत ने रियासत से वज़ाहत तलब की है। उन्हों ने इद्दिआ किया कि रियासत की वज़ाहत इत्मीनान बख़श नहीं थी और मज़ीद वज़ाहतें तलब की जाएंगी। अगर ज़रूरत पड़ जाये रियासत को सख़्त हिदायात दी जाएंगी।
मर्कज़ी हुकूमत एसा करने से गुरेज़ नहीं करेगी। रियासत में पी डी पी के साथ हुकूमत साज़ी का दिफ़ा करते हुए उन्होंने कहा कि चूँकि किसी भी जमात को वाज़िह अक्सरियत हासिल नहीं हुई थी इस लिए बी जे पी ने रियासत की तरक़्क़ी और ख़ुशहाली के मक़सद से पी डी पी के साथ मख़लूत हुकूमत बनाई है।
उन्होंने वाज़िह किया कि वो एवान को ये तैक़ून देना चाहते हैं कि उनकी हुकूमत अवामी तहफ़्फ़ुज़ और अवामी सलामती पर किसी तरह का समझौता नहीं करसकती। उन्होंने कहा कि हमारी सियासत हुकूमत के लिए नहीं है बल्कि क़ौम की तामीर के लिए है। क़बल अज़ीं कांग्रेस रुकन के वे पी रामचंद्र राव ने एवान में इसरार किया था कि एवान में कांग्रेस के लीडर ग़ुलाम नबी आज़ाद को इज़हार ख़्याल करने की इजाज़त दी जाये। अपोज़िशन का मुतालिबा था कि वज़ीरे आज़म एवान में बयान दें ताहम वज़ीरे दाख़िला ने बयान दिया।