पुणे निकाय चुनाव में AIMIM उम्मीदवार अश्वनी ने मारी बाज़ी

पुणे: असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने गुरुवार को यरवदा के वार्ड नंबर 6 से जीत दर्ज की। एआईएमआईएम ने पुणे नगर निगम चुनावों (पीएमसी) में पहली बार खाता खोला।

ओवैसी की पार्टी ने पीएमसी चुनाव के लिए अपने 25 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। इन उम्मीदवारों में 21 अल्पसंख्यक थे और बाकी के गैर-मुस्लिम। संयोग से, पार्टी कोंधवा और उसके आसपास के इलाकों में जहां बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी रहती है, में कुछ खास नहीं कर पाई। लेकिन पार्टी ने यरवदा वार्ड सीट जीतने मं कामयाब रही। इस सीट से अश्विनी डैनियल लांडगे ने जीत हासिल की है।

एआईएमआईएम शहर इकाई के अध्यक्ष अंजुम इनामदार ने बताया कि लांडगे ने कांग्रेस की अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी संगाती देवकर को 900 से अधिक मतों से हराया। उन्होंने कहा, “हमारे अधिकांश उम्मीदवारों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि हम यरवदा से बेहतर की उम्मीद कर रहे थे।” बता दें कि लांडगे एक गृहिणी हैं और एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराती हैं।

गौरतलब है कि 227 सदस्यीय बृहन्मुम्बई महानगरपालिका (बीएमसी) में शिवसेना ने 84 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल बनकर उभरी है। जबकि भाजपा को केवल 82 सीटों से संतोष करना पड़ा है। यहां तीसरे नंबर पर 31 सीटों के साथ कांग्रेस है। दूसरी तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 9, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को 7 और निर्दलीयों के पास 14 सीटें आईं हैं। वहीं ओवैसी ने इस बार कुल 50 उम्मीदवार उतारे थे जिसमें से उन्होंने 3 पर जीत हासिल की है। दूसरी तरफ ओवैसी की पार्टी ने अमरावती म्युनिसिपल कारपोरेशन (एएमसी) चुनाव बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस बार एआईएमआईएम ने कुल 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे जिसमें 11 सीट पर जीत दर्ज हुई है।