पुराना शहर में मेट्रो रेल की रूट तब्दील ना करने पर ज़ोर

दारुश्शिफ़ा, मीर आलम मंडी, कोटला आली जाह, बीबी बाज़ार और सुल्तान शाही के अवाम चाहते हैं कि मेट्रो रेल दारुश्शिफ़ा ता सुल्तान शाही भी गुज़रे ताकि इस से अवाम को ना सिर्फ़ हमलो नक़ल की सहूलतें फ़राहम हों बल्कि मेट्रो रेल के बाइस होने वाली तरक़्क़ी के समरात से भी वो मुस्तफ़ीद हो सकें। इस सिलसिले में इन इलाक़ों के रहने वाले अफ़राद की एक कसीर तादाद ने एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ान से मुलाक़ात की जो दारुश्शिफ़ा ता सुल्तान शाही मुख़्तलिफ़ जायदादों के मालिकीन हैं।

अवाम के इस नुमाइंदा वफ़्द ने कांग्रेस, टी आर एस और बी जे पी क़ाइदीन बाशमोल बी जे पी अक़लीयती मोर्चा के सदर हनीफ अली और टी आर एस क़ाइद राशिद शरीफ़ और जनाब मुहम्मद अहमद शरीफ़ की क़ियादत में एडीटर सियासत को बताया कि वो अपनी जायदादें मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिये देने तैयार हैं। हुकूमत को चाहिए कि मौजूदा मंसूबा को बरक़रार रखते हुए इस में किसी किस्म की तबदीली ना करे।

इस लिये कि मेट्रो रेल प्रोजेक्ट से पुराना शहर में मआशी इन्क़िलाब बरपा हो सकता है जिस का मुसबत असर अवाम की मईशत पड़ पड़ेगा। इस वफ़्द ने जनाब ज़ाहिद अली ख़ान को ये भी बताया कि वो इस ज़िमन में जनाब इब्राहीम बिन अबदुल्लाह मसक़ती से भी मुलाक़ात कर चुके हैं। एडीटर सियासत ने पुराना शहर के इस नुमाइंदा वफ़्द के ख़्यालात की समाअत करते हुए कहा कि बेशक मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में पुराना शहर का भी हिस्सा है।

नए शहर वालों की तरह पुराना शहर में रहने वालों को भी तरक़्क़ी और ख़ुशहाली के मवाक़े फ़राहम किए जाने चाहिए। मेट्रो रेल के लिये सब से अच्छी बात ये है कि अवाम ख़ुद इस प्रोजेक्ट के लिये अपनी जायदादों का कुछ हिस्सा देने के लिये तैयार हैं और शायद इस प्रोजेक्ट के दौरान ये पहली मर्तबा है कि अवाम ने अपनी जानिब से क़ायदा के मुताबिक़ जायदादों का कुछ हिस्सा देने का पेशकश किया है।